पंजाब के लिए वरदान साबित हो रही पंजाब सरकार की सड़क सुरक्षा फोर्स, अब तक बचाई जा चुकी इतने लोगों की जान

Edited By Harman Kaur,Updated: 03 Sep, 2024 04:02 PM

bhagwant mann s road safety force proved to be a boon for punjab

सड़क हादसों में लोगों की जान बचाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा फोर्स के बेहतरीन नतीजे आ रहे हैं। इस ताकत की वजह से कुछ ही महीनों में 1000 से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा चुकी है। इसके अलावा इस फोर्स ने हादसे में घायल...

नेशनल डेस्क: सड़क हादसों में लोगों की जान बचाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा फोर्स के बेहतरीन नतीजे आ रहे हैं। इस ताकत की वजह से कुछ ही महीनों में 1000 से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा चुकी है। इसके अलावा इस फोर्स ने हादसे में घायल हुए लोगों के 60 लाख से ज्यादा बाल उनके घर तक पहुंचाए हैं। सड़क सुरक्षा बल के कारण इस वर्ष दुर्घटनाओं में कम जानें गयीं। पंजाब में सड़क सुरक्षा बल के गठन के साथ-साथ 5000 पुलिस कर्मियों को इन सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नियुक्त किया गया था। इस बल की वर्दी सामान्य पुलिस से भिन्न होती है। इसके अलावा, 5500 किलोमीटर से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और प्रमुख जिला सड़कों की सुरक्षा मजबूत की गई है और वाहन यातायात उल्लंघन को रोकने के लिए लगभग 150 अत्याधुनिक वाहनों को तैनात किया गया है।
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इस कारण सड़क सुरक्षा फोर्स बनाया गया
पंजाब सरकार का प्रयास सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान को पूरी तरह खत्म करना है। इससे जहां हर दिन कई लोगों की जान बच रही है, वहीं राज्य को सालाना 18,000 करोड़ रुपये के आर्थिक नुकसान से भी छुटकारा मिलेगा। 2004 की जनगणना के आधार पर पंजाब में ट्रैफिक पुलिस की संख्या केवल 2048 रह गई, जिसे वर्तमान सरकार नई भर्तियों के माध्यम से बढ़ा रही है। फोर्स की तैनाती के बाद पंजाब के ग्रामीण इलाकों से गुजरने वाले राजमार्गों पर होने वाली 59 फीसदी और शहरी इलाकों में होने वाली 41 फीसदी सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा रहा है।
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हर 30 किलोमीटर पर वाहन तैनात रहेंगे
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा बल के तहत शामिल किए गए नए वाहन एक उन्नत मोबाइल नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (एमएनवीआरएस), चार कैमरे - 2 बाहरी और 2 आंतरिक और एक वाहन स्थान से सुसज्जित हैं ट्रैकिंग सिस्टम (वीएलटीएस)। इन बोलेरो वाहनों में स्थापित उन्नत मोबाइल निगरानी प्रणाली औद्योगिक-ग्रेड मानकों के अनुरूप मजबूत है और वास्तविक समय की निगरानी और अलर्ट के साथ साक्ष्य एकत्र करने के लिए चलती वाहन में वीडियो रिकॉर्ड कर सकती है। वहीं, सड़क सुरक्षा बल (एसएसएफ) के गठन के बाद सड़कों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ जाएगी। हर 30 किमी पर एक वाहन पार्क किया जाएगा। वाहन में तीन पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। यदि कोई सड़क दुर्घटना होती है, तो वे घायल व्यक्ति की मदद करेंगे और क्षतिग्रस्त वाहन को तुरंत सड़क पर वापस लाएंगे। पंजाब सरकार ने वैज्ञानिक तरीके से सड़कों का निरीक्षण करने के बाद इस फोर्स को क्रियाशील किया है।
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कैसे करें एस.एस फोर्स तक पहुंच
सड़क सुरक्षा फोर्स गठित करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है। अब अगर 30 किमी के दायरे में सड़क पर कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जानकारी तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर मिलेगी। 112 दिया जा सकता है। जैसे ही सूचना कंट्रोल रूम में बैठे कर्मियों तक पहुंचेगी, वे आपकी मदद के लिए हाईटेक गाड़ी भेज देंगे। इसकी कार्यशैली के बारे में बताया जा रहा है कि यह फोर्स लोगों की कीमती जान बचाने के साथ-साथ यातायात को सुचारू बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है। इस ताकत की बदौलत अब तक हजारों कीमती जिंदगियां बचाई जा चुकी हैं।

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