mahakumb

आज यानी1 मार्च से भारतीय रेलवे के नियमों में बड़ा बदलाव? वेटिंग टिकट पर अधिकारियों ने किया चौंकाने वाला खुलासा!

Edited By Mahima,Updated: 01 Mar, 2025 10:04 AM

big change in indian railways rules from march 1

रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि 1 मार्च 2025 से रेलवे यात्रा के नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा। वेटिंग टिकट के नियम पहले जैसे रहेंगे, जिसमें वेटिंग टिकट धारक जनरल कोच में यात्रा नहीं कर सकते। रिजर्वेशन 60 दिन पहले किया जा सकता है, और कुछ विशेष...

नेशनल डेस्क: भारतीय रेलवे के यात्रियों के लिए एक अहम जानकारी सामने आई है कि 1 मार्च, 2025 से रेलवे यात्रा के नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा। रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जो नियम पहले से लागू हैं, वही जारी रहेंगे। सोशल मीडिया और खबरों में जो यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि 1 मार्च से रेलवे यात्रा के नियम बदलने वाले हैं, वह पूरी तरह से गलत है। रेल मंत्रालय ने इन गलतफहमियों को दूर करते हुए यात्रा से जुड़े सभी नियमों को फिर से स्पष्ट किया है। 

वेटिंग टिकट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि वेटिंग टिकट के संबंध में कोई नया नियम नहीं आ रहा है। वेटिंग टिकट वाले यात्री अब भी केवल जनरल कोच में यात्रा नहीं कर सकते। जिन यात्रियों के पास वेटिंग टिकट है, उन्हें रिजर्व कोचों में यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी, चाहे वह स्लीपर हो या एसी कोच। वेटिंग टिकट धारकों को जनरल कोच में यात्रा की अनुमति नहीं है, जैसा कि पहले भी था। इसके अलावा, काउंटर वेटिंग टिकट धारक अगर अपनी यात्रा से रिफंड लेना चाहते हैं, तो वे ट्रेन छूटने से आधे घंटे पहले तक रिफंड ले सकते हैं। यह सुविधा यात्रियों को काउंटर पर मिलती है, और इसका फायदा वे अपनी यात्रा से पहले ले सकते हैं।

जानिए क्या है रिजर्वेशन के नियम
रेलवे ने पिछले साल 2024 से रिजर्वेशन का एक नया नियम लागू किया था, जिसमें यात्री अपनी यात्रा से 60 दिन पहले टिकट बुक करा सकते हैं। इससे यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने में अधिक आसानी हुई है। इससे पहले, यात्री 120 दिन पहले रिजर्वेशन करा सकते थे, लेकिन यह नियम बदलने से करीब 25% यात्री अपनी यात्रा को रद्द कर देते थे, जिससे बुकिंग सिस्टम में असंतुलन पैदा हो रहा था। अब 60 दिन पहले बुकिंग करने से कन्फर्म सीट मिलने की संभावना बढ़ गई है।

विशेष परिस्थितियों में नियमों में लचीलापन
रेलवे की ओर से यात्रियों के लिए कुछ विशेष परिस्थितियों में लचीलापन भी दिया जाता है। जैसे कि यदि किसी यात्री के पास वेटिंग टिकट है, तो वह स्लीपर और एसी कोच में यात्रा नहीं कर सकता। हालांकि, ट्रेन कंडक्टर (टीटी) कुछ विशेष परिस्थितियों में वेटिंग टिकट वाले यात्री को यात्रा की अनुमति दे सकते हैं, लेकिन यह हमेशा नहीं होता है। यदि एक ही पीएनआर पर एक से अधिक टिकट बुक किए गए हैं और इनमें से कोई एक कन्फर्म हो जाता है, तो वेटिंग टिकट वाले यात्री यात्रा नहीं कर सकते। हालांकि, ट्रेन कंडक्टर आमतौर पर कन्फर्म सीट पर अधिकतम दो वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति दे देते हैं। इस स्थिति में रेलवे प्रशासन को सूचित किया जाता है ताकि वेटिंग टिकट वालों को रिफंड का मुद्दा हल किया जा सके।

यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे का लचीलापन
रेलवे ने इस बार भी स्पष्ट किया है कि वह यात्री सुविधाओं के लिए अपने नियमों में लचीलापन बनाए रखेगा, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। हालांकि, यह लचीलापन नियमित नियम नहीं हैं, बल्कि विशिष्ट परिस्थितियों में ही लागू होते हैं। रेलवे अधिकारियों ने यह भी कहा कि अगर किसी यात्री को यात्रा के दौरान कोई समस्या होती है, तो वे रेलवे अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं और समस्या का समाधान पा सकते हैं। रेलवे ने अपने नियमों को स्पष्ट किया है कि 1 मार्च से कोई नया नियम लागू नहीं होगा और यात्रियों को पुराने नियमों के अनुसार यात्रा करनी होगी। हालांकि, रेलवे यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुछ मामलों में लचीलापन देता है, ताकि किसी भी समस्या से बचा जा सके। यात्रियों को वेटिंग टिकट से जुड़ी जानकारी पहले से ही सही तरीके से समझनी होगी, ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके। 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!