Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Dec, 2024 02:23 PM
अक्टूबर में फेस्टिव सीजन के दौरान क्रेडिट कार्ड से खर्च के सभी रिकॉर्ड टूट गए थे। उस महीने में क्रेडिट कार्ड का कुल खर्च 2 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया था लेकिन नवंबर में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार...
नेशनल डेस्क। अक्टूबर में फेस्टिव सीजन के दौरान क्रेडिट कार्ड से खर्च के सभी रिकॉर्ड टूट गए थे। उस महीने में क्रेडिट कार्ड का कुल खर्च 2 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया था लेकिन नवंबर में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार नवंबर 2024 में क्रेडिट कार्ड खर्च में 16% की कमी दर्ज की गई है जिससे यह आंकड़ा गिरकर 1.70 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है।
अक्टूबर बनाम नवंबर: क्या बदला?
अक्टूबर में फेस्टिव सीजन जैसे दिवाली और भाई दूज के चलते क्रेडिट कार्ड से जमकर खरीदारी की गई। लेकिन नवंबर में ऐसा कोई खास त्योहार नहीं था जिससे खर्च कम हो गया।
- अक्टूबर 2024 में क्रेडिट कार्ड खर्च: 2.02 लाख करोड़ रुपए (रिकॉर्ड स्तर)
- नवंबर 2024 में क्रेडिट कार्ड खर्च: 1.70 लाख करोड़ रुपए (16% की गिरावट)
हालांकि पिछले साल नवंबर की तुलना में इस साल यह आंकड़ा 5% अधिक है।
ऑनलाइन खर्च में भारी गिरावट
नवंबर में न केवल क्रेडिट कार्ड खर्च में गिरावट आई बल्कि ऑनलाइन और पीओएस (पॉइंट ऑफ सेल) लेन-देन में भी कमी दर्ज की गई।
- ऑनलाइन खर्च: 17.5% की गिरावट
- पीओएस लेन-देन: 14% की कमी
विशेष रूप से एक्सिस बैंक ने नवंबर में क्रेडिट कार्ड खर्च में 24% तक की गिरावट देखी। इसी तरह एसबीआई कार्ड और कोटक महिंद्रा बैंक ने क्रमशः 21% और 16.8% की कमी दर्ज की।
नए कार्ड होल्डर्स की संख्या घटी
बैंकों ने नए कार्ड जारी करने में सतर्कता दिखाई।
: नवंबर में शुद्ध नए कार्ड धारकों की संख्या 350,000 रही जो अक्टूबर के 780,000 से आधी से भी कम है।
: साल-दर-साल, नए कार्ड धारकों में 73% की गिरावट हुई है।
बाजार हिस्सेदारी में बदलाव
नवंबर में विभिन्न बैंकों की बाजार हिस्सेदारी में भी बदलाव देखने को मिला।
- एचडीएफसी बैंक: बाजार हिस्सेदारी में 30 आधार अंक की वृद्धि
- एसबीआई कार्ड: बाजार हिस्सेदारी में 90 आधार अंक की गिरावट
- आईसीआईसीआई बैंक: 20 बीपीएस की कमी
- एक्सिस बैंक: 120 बीपीएस की कमी
- इंडसइंड बैंक: 50 बीपीएस की वृद्धि
डिफॉल्ट का खतरा बढ़ा
विशेषज्ञों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड पेमेंट डिफॉल्ट के कारण भविष्य में नए कार्ड जारी करने की संख्या और भी कम हो सकती है। बैंकों के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि डिफॉल्ट बढ़ने से उनके राजस्व पर असर पड़ सकता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
आईडीबीआई कैपिटल के एनालिस्ट बंटी चावला के अनुसार:
: वाले महीनों में क्रेडिट कार्ड खर्च सीमित रहने की उम्मीद है।
: कंज्यूमर्स अब क्रेडिट कार्ड से खर्च करने में अधिक सतर्क हो गए हैं।
वहीं अंत में कहा जा सकता है कि नवंबर में क्रेडिट कार्ड खर्च में आई गिरावट ने यह साफ कर दिया है कि त्योहारों के बाद कंज्यूमर खर्च करने में सतर्क हो गए हैं। हालांकि बैंकों के लिए यह चिंता का विषय हो सकता है लेकिन इस गिरावट को स्थायी नहीं माना जा रहा। भविष्य में नए कार्ड धारकों और खर्च में सुधार की संभावना बनी हुई है।