Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 09 Mar, 2025 01:12 PM

भारत में कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और इसका एक बड़ा कारण अल्कोहल का अत्यधिक सेवन माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में कैंसर के 4 प्रतिशत मामले शराब के सेवन के कारण होते हैं।
नेशनल डेस्क: भारत में कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और इसका एक बड़ा कारण अल्कोहल का अत्यधिक सेवन माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में कैंसर के 4 प्रतिशत मामले शराब के सेवन के कारण होते हैं। भारत में वर्ष 2020 में लगभग 62,100 नए कैंसर के मामले केवल अल्कोहल सेवन से जुड़े थे। WHO और इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने अल्कोहल को ग्रुप 1 कार्सिनोजेन (कैंसर पैदा करने वाला पदार्थ) के रूप में वर्गीकृत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अल्कोहल शरीर में एसिटाल्डिहाइड में परिवर्तित हो जाता है, जो डीएनए को नुकसान पहुंचाता है और कोशिकाओं में म्यूटेशन कर कैंसर के विकास को जन्म देता है।
विशेषज्ञों की राय क्या कहती है?
नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के वैस्कुलर इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. पुनीत गर्ग के अनुसार, "अल्कोहल के सेवन से 20 से अधिक प्रकार के कैंसर होने की संभावना रहती है। इनमें मुंह, गला, भोजन नली, पेट, बृहदान्त्र, मलाशय, अग्न्याशय, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर प्रमुख हैं।" AIIMS ओडिशा के सहायक प्रोफेसर डॉ. ताराप्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि "अल्कोहल चयापचय के दौरान एसिटेल्डिहाइड नामक जहरीले यौगिक में बदल जाता है, जो डीएनए और प्रोटीन को नुकसान पहुंचाता है। इससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।"
अल्कोहल शरीर पर कैसे असर डालता है?
-
डीएनए को नुकसान: अल्कोहल शरीर में ऐसे तत्व उत्पन्न करता है जो कोशिकाओं के डीएनए को प्रभावित करते हैं, जिससे कैंसर विकसित होने की संभावना बढ़ती है।
-
पोषक तत्वों की कमी: अल्कोहल शरीर में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों जैसे फोलेट, विटामिन A, C, D, और E को अवशोषित करने की क्षमता को बाधित करता है।
-
इम्यून सिस्टम पर प्रभाव: अल्कोहल का सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, जिससे कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता घट जाती है।
कैंसर के लक्षण जिन्हें न करें नजरअंदाज
-
मुंह और गले का कैंसर: लगातार छाले, बिना कारण खून आना, निगलने में कठिनाई
-
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर: वजन कम होना, भूख न लगना, लगातार अपच
-
स्तन कैंसर: स्तन या बगल में गांठ, निप्पल से स्राव
-
लीवर कैंसर: पेट में सूजन, पीलिया, अत्यधिक थकान
कैंसर से बचाव के उपाय
-
अल्कोहल का सेवन बंद करें या कम करें।
-
स्वस्थ आहार अपनाएं जिसमें फल, सब्जियां और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ हों।
-
नियमित रूप से व्यायाम करें और शरीर का वजन संतुलित रखें।
-
नियमित मेडिकल चेकअप कराएं ताकि किसी भी लक्षण का जल्दी पता लगाया जा सके।
-
धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न करें, क्योंकि यह भी कैंसर का बड़ा कारण है।
क्या अल्कोहल सुरक्षित मात्रा में लिया जा सकता है?
WHO का कहना है कि अल्कोहल का कोई भी सुरक्षित स्तर नहीं है। यहां तक कि सीमित मात्रा में भी इसका सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।