Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 18 Feb, 2025 11:25 AM
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शेयर बाजार में हालिया गिरावट ने निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। पिछले कुछ महीनों से बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है और अब सभी की नजरें इस बात पर लगी हैं कि क्या ये गिरावट सिर्फ एक छोटा सा झटका है या फिर किसी बड़ी मंदी की शुरुआत हो सकती है? आने वाले दो...
नेशनल डेस्क: शेयर बाजार में हालिया गिरावट ने निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। पिछले कुछ महीनों से बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है और अब सभी की नजरें इस बात पर लगी हैं कि क्या ये गिरावट सिर्फ एक छोटा सा झटका है या फिर किसी बड़ी मंदी की शुरुआत हो सकती है? आने वाले दो महीनों में बाजार की दिशा कैसी रहेगी, इस पर दिग्गज ब्रोकरेज फर्मों ने अपनी भविष्यवाणियां दी हैं। आइए जानते हैं क्या कहना है कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज और एमके ग्लोबल का।
कोटक की रिपोर्ट शेयर बाजार में दबाव जारी रहेगा
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने हाल ही में शेयर बाजार पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, शेयर बाजार में हालिया गिरावट को ध्यान में रखते हुए कोटक ने कहा कि आने वाले महीनों में बाजार में दबाव बना रह सकता है। इसकी मुख्य वजहों में ऊंची वैल्यूएशन, कमजोर अर्निंग्स ग्रोथ, ऊंची ब्याज दरें और विदेशी निवेशकों की घटती दिलचस्पी को बताया गया है। कोटक का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार पिछले कुछ सालों में आई तेजी को अब नए सिरे से एडजस्ट कर रहा है। यह प्रक्रिया आने वाले महीनों तक जारी रह सकती है, जिसके चलते बाजार की दिशा अनिश्चित हो सकती है।
बाजार के हालात महंगे स्टॉक्स और कमजोर अर्निंग्स
कोटक ने कहा कि कई सेक्टर्स और स्टॉक्स अभी भी महंगे वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं। इसके अलावा, भारतीय कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ भी पिछले कुछ तिमाहियों से कमजोर रही है, और इस ट्रेंड के आगे भी जारी रहने की संभावना है। कोटक के अनुसार, इस समय शेयर बाजार में कोई आकर्षक वैल्यू बाहिंग यानी निचले स्तर पर खरीदारी के मौके नहीं हैं। इसके अलावा, छोटे और मझोले शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। इसीलिए निवेशकों को इस समय सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
एमके ग्लोबल की रिपोर्ट मंदी का सबसे खराब दौर बीत चुका
वहीं, ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार में मंदी का सबसे खराब दौर अब समाप्त हो चुका है। एमके ग्लोबल का कहना है कि बाजार पर दबाव कम हो सकता है और आने वाले दिनों में स्थिति सुधरने की उम्मीद है। इस दावे को समर्थन देने के लिए, एमके ग्लोबल ने निफ्टी की मौजूदा वैल्यूएशन को उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत किया। एमके ग्लोबल के अनुसार, निफ्टी अब अपने 10 साल के औसत से 5% नीचे आ चुका है, जिससे इस समय निफ्टी की वैल्यूएशन अट्रैक्टिव हो सकती है। इस मान्यता के अनुसार, यह एक अच्छा समय हो सकता है जब निवेशक निफ्टी के शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
क्या आने वाले 2 महीनों में राहत मिल सकती है?
कोटक और एमके ग्लोबल की रिपोर्ट्स के अनुसार, अगले दो महीनों में शेयर बाजार की स्थिति मिश्रित रह सकती है। जहां कोटक की रिपोर्ट ने बाजार में अभी और गिरावट की संभावना जताई है, वहीं एमके ग्लोबल ने मंदी के सबसे बुरे दौर के बीतने की उम्मीद जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में लार्ज कैप स्टॉक्स में सीमित दायरे में रह सकती है, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, इस समय निवेशकों को अपनी रणनीति में सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि वे किसी बड़े नुकसान से बच सकें।
क्या करें निवेशक?
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, निवेशकों को अब अपने पोर्टफोलियो की अच्छी तरह से समीक्षा करनी चाहिए और ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहिए जिनकी अर्निंग्स मजबूत हैं और जिनके शेयर अभी उचित वैल्यूएशन पर मिल रहे हैं। साथ ही, छोटे और मझोले शेयरों में निवेश करते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इन शेयरों में ज्यादा जोखिम हो सकता है।