Edited By Rohini,Updated: 09 Jan, 2025 12:50 PM
इंदौर पुलिस ने शराब तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है जो फिल्म "पुष्पा द रूल" की तर्ज पर शराब तस्करी करता था। पुलिस के अनुसार तस्करों ने शराब के तस्करी के तरीके में फिल्म से प्रेरणा ली थी। आरोपियों में से एक ने पुलिस को बताया कि वह तीन बार...
नेशनल डेस्क। इंदौर पुलिस ने शराब तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है जो फिल्म "पुष्पा द रूल" की तर्ज पर शराब तस्करी करता था। पुलिस के अनुसार तस्करों ने शराब के तस्करी के तरीके में फिल्म से प्रेरणा ली थी। आरोपियों में से एक ने पुलिस को बताया कि वह तीन बार फिल्म "पुष्पा" देखकर आया था और उसी फिल्म की तर्ज पर तस्करी का काम शुरू किया।
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पुलिस ने किया बड़ा छापा
डीसीपी जोन-2 अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि एसआर कंपाउंड स्थित एक गोदाम में रात के वक्त संदिग्ध केमिकल के ड्रम भरे जा रहे हैं। शुरुआत में पुलिस को लगा कि यहां ड्रग्स की सप्लाई हो रही है लेकिन जब छापा मारा गया तो पुलिस ने पाया कि गोदाम में लाखों रुपये की ब्रांडेड शराब की बोतलें पैक की जा रही थीं।
अरेस्ट किए गए आरोपी
पुलिस ने आरोपितों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों में राहुल गोपाल जायसवाल, अजयपाल तुलसीराम अहिरवार, मनोज जगदीश प्रसाद तिवारी, हीरालाल उर्फ छोटू और राजेश हरिशंकर रजक शामिल हैं। आरोपितों के पास से 3 लाख 82 हजार रुपये की कीमत वाली 42 पेटी अवैध शराब जब्त की गई है। पुलिस ने बताया कि राहुल गिरोह का सरगना है।
तस्करी का तरीका
राहुल ने पुलिस को बताया कि उसने फिल्म "पुष्पा" देखकर शराब तस्करी का धंधा शुरू किया था। आरोपितों ने गोदाम के बाहर केमिकल का बोर्ड लगाया था ताकि किसी को शक न हो। वे एमआर-11 स्थित शराब की दुकान से थोक में शराब खरीदते और उसे केमिकल के ड्रम में पैक करके सील करते थे। फिर उन्हें ट्रकों में भरकर विभिन्न स्थानों पर भेजते थे।
आवश्यक जांच जारी
पुलिस के मुताबिक इस मामले में एक ठेकेदार की भूमिका की भी जांच की जा रही है जो शराब की तस्करी में शामिल था।
अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई
इंदौर में पिछले साल आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। विभाग ने कुल 9,507 मामले दर्ज किए और करीब तीन करोड़ रुपये की अवैध शराब जब्त की। इसमें देशी, विदेशी शराब, महुआ लहान और भांग शामिल थी। विभाग ने पिछले साल 86 वाहनों को भी जब्त किया जिनमें शराब का अवैध परिवहन हो रहा था। इन वाहनों का अनुमानित मूल्य 1.09 करोड़ रुपये है।
वहीं आबकारी विभाग द्वारा किए गए लगातार प्रयासों के कारण अवैध शराब के कारोबार पर शिकंजा कसने में सफलता मिली है।