Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Jan, 2025 12:58 PM
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने बिहार, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आलोक मेहता के कुल 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है।
नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने बिहार, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आलोक मेहता के कुल 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह कार्रवाई वैशाली कोऑपरेटिव बैंक में हुए कथित वित्तीय घोटाले के मामले में की जा रही है।
ईडी की कार्रवाई से हड़कंप
ईडी की इस छापेमारी ने बिहार सहित पूरे देश में हलचल मचा दी है। सुबह-सुबह जब ईडी की टीम ने आलोक मेहता के पटना स्थित सरकारी आवास समेत अन्य ठिकानों पर रेड मारी, तो आसपास के इलाके में तनाव और भी बढ़ गया। पुलिस की बड़ी तादाद भी इलाके में तैनात की गई है। बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारी विधायक से पूछताछ कर रहे हैं और उनके खिलाफ मिले दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
कोऑपरेटिव बैंक घोटाला का मामला
ईडी द्वारा यह छापेमारी वैशाली कोऑपरेटिव बैंक से जुड़े करोड़ों रुपये के लोन घोटाले के मामले में की गई है। इस मामले में वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं। ईडी के सूत्रों के अनुसार, आरोप है कि बैंक के लोन वितरण में गड़बड़ी की गई और अवैध तरीके से लेन-देन किए गए। इस घोटाले की जांच अब तीव्रता से चल रही है।
आलोक मेहता की राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या
आलोक मेहता बिहार में राजद के प्रमुख नेताओं में गिने जाते हैं। वह राजद सुप्रीमो लालू यादव के करीबी सहयोगी रहे हैं। उनके पिता तुलसी प्रसाद मेहता भी लालू यादव सरकार में मंत्री रह चुके हैं। आलोक मेहता ने महागठबंधन सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाला है। वह राज्य के बड़े नेताओं में से एक माने जाते हैं और पार्टी में भी कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। वह पहले उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं।
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आलोक मेहता की भूमिका और हाल की स्थिति क्या है?
राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री रहते हुए आलोक मेहता ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे। हालांकि, अब ईडी की छापेमारी ने उनके राजनीतिक और सामाजिक कद पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ईडी के अधिकारियों ने इस छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और साक्ष्य एकत्र किए हैं, जो भविष्य में इस मामले में अहम साबित हो सकते है