Edited By Tanuja,Updated: 04 May, 2023 01:14 PM
![bilawal bhutto leaves for india to attend sco meeting in goa](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2023_5image_13_14_274808507bilawal-ll.jpg)
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में चार और पांच मई को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में चार और पांच मई को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए बृहस्तपतिवार को भारत रवाना हुए। स्थानीय मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है। बिलावल 2011 के बाद से भारत की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री होंगे। वह बीजिंग स्थित SCO की विदेश मंत्रियों की परिषद (CFM) में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। पाकिस्तान के विदेश विभाग कार्यालय ने कहा कि एससीओ के मौजूदा अध्यक्ष भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को SCO-CFM बैठक में शामिल होने का न्योता भेजा था।
दुनिया टीवी पर प्रसारित खबर के मुताबिक, पाकिस्तान के अनुरोध पर भारत के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बिलावल को भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की विशेष अनुमति दी थी। भारत रवाना होने से पहले बिलावल ने ट्वीट किया, “गोवा, भारत के रास्ते में हूं। शंघाई सहयोग संगठन की सीएफएम में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की नुमाइंदगी करूंगा। इस बैठक में शिरकत करने का मेरा फैसला SCO के चार्टर के प्रति पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।” उन्होंने आगे लिखा, “मेरी यात्रा के दौरान, जो विशेष रूप से SCO पर केंद्रित है, मैं मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ रचनात्मक चर्चा की उम्मीद करता हूं।”
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने हाल ही में कहा था कि विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारत में एससीओ-सीएफएम के इतर, मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ मुलाकात भी करेंगे। उसने कहा था कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री की अपने भारतीय समकक्ष के साथ कोई बैठक प्रस्तावित नहीं है। बिलावल के पहले हिना रब्बानी खार ने 2011 में शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान की विदेश मंत्री के रूप में भारत की यात्रा की थी। भारत और पाकिस्तान के अलावा चीन, रूस, कजाखस्तान, किर्गिजस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान एससीओ के सदस्य देशों में शामिल हैं।