Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Mar, 2025 03:20 PM

माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और परोपकारी बिल गेट्स ने भारत के वैश्विक नवाचार में योगदान की सराहना की है। उन्होंने विशेष रूप से टीकाकरण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और डिजिटल बुनियादी ढांचे में भारत की प्रगति का उल्लेख किया। गेट्स ने भारत के डिजिटल...
नेशनल डेस्क। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और परोपकारी बिल गेट्स ने भारत के वैश्विक नवाचार में योगदान की सराहना की है। उन्होंने विशेष रूप से टीकाकरण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और डिजिटल बुनियादी ढांचे में भारत की प्रगति का उल्लेख किया। गेट्स ने भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के प्रभाव को विस्तार से समझाया और इसके वैश्विक प्रभाव के बढ़ने की बात की।
गेट्स ने कहा कि भारत हमेशा से प्रतिभाओं का केंद्र रहा है और उन्होंने इसे माइक्रोसॉफ्ट में अपने शुरुआती दिनों में महसूस किया था। उन्होंने भारतीय मूल के सत्य नडेला का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे भारतीयों ने तकनीकी क्षेत्र में वैश्विक योगदान दिया है। गेट्स के अनुसार भारत का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर अब न केवल स्वास्थ्य बल्कि कृषि, एआई और डायग्नोस्टिक्स में भी बदलाव ला रहा है।
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गेट्स ने भारत के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र की भी सराहना की और बताया कि कई स्टार्टअप्स डिजिटल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाकर प्रभावी और लागत प्रभावी समाधान विकसित कर रहे हैं। उन्होंने भारत में युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि यहां के उद्यमी न केवल प्रभावी नवाचार कर रहे हैं बल्कि चतुराई से काम करके लागत को भी कम कर रहे हैं।
भारत के वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान पर गेट्स ने कहा कि भारत ने दुनिया को सस्ती और सुलभ वैक्सीन उपलब्ध करवाई हैं। उन्होंने बताया कि भारत के विनिर्माण क्षमताओं ने वैश्विक स्वास्थ्य संकटों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और लाखों लोगों की जान बचाई है। गेट्स ने भारत के नियामकों की सराहना करते हुए कहा कि टीकों की सुरक्षा को लेकर भारतीय अधिकारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है।
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गेट्स ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में भी अपनी राय दी और बताया कि एआई कई क्षेत्रों में बदलाव ला सकता है खासकर कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा में। एआई द्वारा किसानों को मौसम पूर्वानुमान, मिट्टी की जांच और सरकारी ऋण कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की जा सकती है जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि हो सकती है। स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई चैटबॉट्स गर्भवती महिलाओं की मदद कर सकते हैं जबकि शिक्षा में एआई-संचालित ट्यूशन छात्रों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
गेट्स ने भारत के 2047 तक पूर्ण विकसित देश बनने के लक्ष्य की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर आर्थिक विकास को तेज कर रही हैं जिससे भारत का दीर्घकालिक विकास लक्ष्य पूरा हो सके। गेट्स ने वैश्विक संघर्षों जैसे यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व की अशांति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन संघर्षों के कारण महत्वपूर्ण संसाधन स्वास्थ्य परियोजनाओं से हटकर युद्धों में लग रहे हैं जिससे गरीब देशों को सहायता मिलनी मुश्किल हो रही है।