Edited By Rohini Oberoi,Updated: 13 Feb, 2025 11:47 AM

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शासकीय हनुमना महाविद्यालय से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां शिक्षा के मंदिर में जश्न मनाने के लिए छात्रों ने बीयर की बोतल खोली और केक काटकर पार्टी की। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल...
नेशनल डेस्क। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शासकीय हनुमना महाविद्यालय से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां शिक्षा के मंदिर में जश्न मनाने के लिए छात्रों ने बीयर की बोतल खोली और केक काटकर पार्टी की। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया जिससे कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया।
क्या हुआ था उस दिन?
यह घटना 28 तारीख को उस समय हुई जब एक छात्र का जन्मदिन था। कक्षा के भीतर छात्रों ने केक काटा और फिर बीयर की बोतल खोलकर एक-दूसरे को पीने के लिए दी। इस पूरी घटना का वीडियो एक छात्र ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया जो अब जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में एक शिक्षिका भी दिख रही हैं जो इस पूरी घटना को चुपचाप देख रही थीं। हैरानी की बात यह है कि क्लास के अंदर यह सब हो रहा था और किसी ने भी छात्रों से यह नहीं पूछा कि बीयर की बोतल क्लास में कैसे आई और किसने इसे लाया।
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वीडियो में क्या दिख रहा था?
वीडियो में छात्रों का जन्मदिन मनाते हुए केक काटते और बीयर की बोतल खोलते हुए दिखाया गया है। इस दौरान कई छात्र और छात्राएं क्लास में मौजूद थे लेकिन किसी ने इस घटनाक्रम पर आपत्ति नहीं जताई। यहां तक कि शिक्षिका भी चुपचाप यह सब होते हुए देख रही थीं जबकि उनकी भूमिका इस पर सवाल उठाती है।
कार्रवाई की शुरुआत
जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो मामले ने तूल पकड़ लिया। इस पर रीवा के अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग डॉ. आर पी सिंह के ध्यान में यह वीडियो आया। इसके बाद शासकीय शाहिद केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज के प्राचार्य एसएल मिश्रा और हनुमना महाविद्यालय के प्राचार्य बीएल मौर्य को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद प्रतिवेदन तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा गया है ताकि इस मामले पर कार्रवाई की जा सके।
क्या होगी कार्रवाई?
मामला गंभीर है और कॉलेज प्रशासन इस पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसे मामलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।
वहीं यह घटना शिक्षा के मंदिर की मर्यादा को तोड़ने वाली है और इस पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। यह भी दिखाता है कि शिक्षा संस्थानों में छात्रों को अनुशासन में रहने की ज़रूरत है और शिक्षक भी इस बात का ध्यान रखें कि ऐसी घटनाएं न हों।