Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Feb, 2025 12:11 AM
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान से सिर्फ दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर दिल्ली में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को ‘‘संरक्षण'' देने का आरोप लगाया तथा कहा कि इससे ‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन' हो रहा है और...
नेशनल डेस्क : दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान से सिर्फ दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर दिल्ली में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को ‘‘संरक्षण'' देने का आरोप लगाया तथा कहा कि इससे ‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन' हो रहा है और चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेसवार्ता में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक अध्ययन का हवाला देते हुए दावा किया कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी ‘‘घुसपैठिए'' कम वेतन वाली नौकरियों में दिल्ली में धीरे-धीरे पूर्वांचल और अन्य राज्यों से आए प्रवासी कामगारों की जगह ले रहे हैं।
प्रोफेसर मनुराधा चौधरी और अन्य द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘रिपोर्ट में इन घुसपैठियों को कुछ पार्टियों द्वारा राजनीतिक संरक्षण देने की बात कही गई है। इन घुसपैठियों को संरक्षण देने और मतदाता के रूप में पंजीकृत कराने में ‘आप' की अहम भूमिका है।'' उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में दावा किया गया कि दलालों और धार्मिक प्रचारकों का एक अवैध ‘नेटवर्क' भी घुसपैठियों के प्रवेश को आसान बनाने और उन्हें फर्जी दस्तावेज मुहैया कराने में भूमिका निभाता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि घुसपैठ के कारण अपराध दर भी बढ़ रही है और चुनावी प्रक्रिया को भी ‘‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन'' के माध्यम से प्रभावित किया जा रहा है। भाजपा नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने एक बयान में कहा कि पात्रा के दावे साबित करते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में अमित शाह ‘‘विनाशकारी'' रहे हैं और देश में घुसपैठियों को नियंत्रित करने में ‘‘विफल'' रहे हैं। आप ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि घुसपैठियों की कथित आमद के पीछे केवल दो कारण हो सकते हैं - या तो शाह उन्हें जानबूझकर यहां बसा रहे हैं या फिर वह स्थिति को संभालने में असमर्थ हैं।