Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Feb, 2025 01:13 PM
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। यहां मतदान के दौरान बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कुछ महिलाओं ने बुर्का पहनकर फर्जी वोटिंग की है,...
नेशनल डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। यहां मतदान के दौरान बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कुछ महिलाओं ने बुर्का पहनकर फर्जी वोटिंग की है, जबकि कुछ महिला वोटर्स का कहना है कि उनके नाम से पहले ही वोट डाल दिए गए हैं। इस मामले को लेकर सियासी माहौल गरम हो गया और दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत भी हुई। सीलमपुर में बीजेपी के उम्मीदवार ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि आप ने बाहर से महिलाओं को लाकर, बुर्का पहनने के बाद फर्जी वोट डलवाए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि हर स्कूल में 200-300 ऐसे लोग छोड़ दिए गए थे, जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं था। बीजेपी नेता ने यह आरोप भी लगाया कि अरविंद केजरीवाल जानबूझकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और समाज में आपसी सौहार्द्र और भाईचारे को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
महिला वोटर्स ने किया मतदान में धोखाधड़ी का दावा
वहीं कुछ स्थानीय महिला वोटर्स का कहना है कि उनके नाम से पहले ही वोट डाल दिए गए थे। उनके अनुसार, उनकी उंगली पर स्याही भी नहीं लगी थी, जो यह साबित करता है कि उन्होंने वोट नहीं डाला। इस बात को लेकर वे काफी आक्रोशित हो गईं। कुछ महिला मतदाताओं ने कहा कि उनके नाम से मतदान हो चुका है और यह स्पष्ट धोखाधड़ी का मामला है।
बीजेपी और आप के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा
इन आरोपों के बाद दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नारेबाजी और हाथापाई शुरू हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन कुछ देर तक मारपीट और झड़पें होती रहीं। पुलिस कर्मियों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं को अलग किया और स्थिति को शांत करने की कोशिश की।
सुरक्षा बलों के बीच हालात को नियंत्रित करने की चुनौती
सीलमपुर में हुआ यह बवाल पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ती हिंसा और हंगामे को देखकर पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई की। पुलिस ने सभी को समझाया और फिर धीरे-धीरे स्थिति पर काबू पाया। इसके बाद मतदान प्रक्रिया को फिर से शुरू किया गया। हालांकि, पुलिस ने यह आश्वासन दिया कि किसी भी प्रकार की फर्जी वोटिंग को सहन नहीं किया जाएगा।
हालांकि, थोड़ी देर के लिए माहौल तनावपूर्ण था, लेकिन बाद में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्वक जारी रही। पुलिस ने मतदाताओं के कागज मिलाने के बाद उन्हें मतदान केंद्रों में प्रवेश दिया और यह सुनिश्चित किया कि सभी प्रक्रियाएं सही ढंग से पूरी हों।