Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Sep, 2024 10:44 PM
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आप सरकार के तहत दिल्ली में “बहुप्रचारित शिक्षा क्रांति” एक “बड़ा घोटाला और भ्रष्टाचार का आवरण” है और उन्होंने इसकी जांच की मांग की।
नेशनल डेस्क : दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आप सरकार के तहत दिल्ली में “बहुप्रचारित शिक्षा क्रांति” एक “बड़ा घोटाला और भ्रष्टाचार का आवरण” है और उन्होंने इसकी जांच की मांग की। गुप्ता के आरोपों का जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने एक बयान में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी शासित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में स्कूलों की स्थिति ‘भयावह' है।
आप ने एक बयान में कहा, “दिल्ली सरकार अपने वार्षिक बजट का 24 प्रतिशत जहां शिक्षा पर खर्च करती है - जो देश में सबसे अधिक है - वहीं उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्य इस पर बहुत कम प्रतिबद्धता दिखाते हैं, तथा मात्र 14-15 प्रतिशत ही खर्च करते हैं।” गुप्ता ने एक संवाददाता सम्मेलन में उच्च शिक्षा के “पूर्ण पतन” का आरोप लगाया तथा आप सरकार की पहल - दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू), दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय और दिल्ली खेल विश्वविद्यालय को “बड़ी विफलता” बताया।
गुप्ता ने आरोप लगाया, ‘‘आप सरकार की तथाकथित शिक्षा क्रांति भ्रष्टाचार और सरकारी खजाने की लूट के अलावा कुछ नहीं है।'' उन्होंने उपराज्यपाल से इसकी जांच की मांग की। एक बयान में, विपक्ष के नेता ने दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने डीएसईयू के मामले में “यूपीएससी और डीएसएसएसबी नियमों को दरकिनार करते हुए” भर्ती पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया, जिसके कारण “बड़े पैमाने पर भर्ती घोटाला” हुआ।