Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 27 Mar, 2025 07:56 AM

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक के बीजापुर से विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल पर कड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ बयानबाजी और बार-बार अनुशासन तोड़ने के आरोप में उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक के बीजापुर से विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल पर कड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ बयानबाजी और बार-बार अनुशासन तोड़ने के आरोप में उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
क्यों लिया गया एक्शन?
बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने 26 मार्च, 2025 को यतनाल को एक पत्र जारी कर उनके निष्कासन की घोषणा की। यतनाल को 10 फरवरी को पार्टी द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। उनके जवाब की समीक्षा के बाद पाया गया कि उन्होंने पार्टी अनुशासन का बार-बार उल्लंघन किया।उन्होंने वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ कई आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। दिसंबर 2023 में उन्होंने पार्टी को धमकी दी थी कि अगर उन्हें निकाला गया तो वे येदियुरप्पा सरकार के दौरान कोविड-19 महामारी के समय हुए कथित 40,000 करोड़ रुपये के घोटालों का खुलासा करेंगे।
यतनाल का विवादों से नाता
सोनिया गांधी पर टिप्पणी:
2023 में यतनाल ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके लिए चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
नेहरू पर विवाद:
उन्होंने दावा किया था कि जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री नहीं थे, बल्कि सुभाष चंद्र बोस भारत के असली पहले प्रधानमंत्री थे।
बीजेपी के केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने कहा कि पार्टी ने यतनाल को कई मौके दिए, लेकिन उन्होंने बार-बार अनुशासन तोड़ा। "पार्टी अनुशासन और आदर्शों का पालन करना हर सदस्य की जिम्मेदारी है। अनुशासनहीनता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"