Edited By Harman Kaur,Updated: 21 Sep, 2024 01:36 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एल. दिनाकर ने शनिवार को आरोप लगाया कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी को हिंदू रीति-रिवाजों और परंपराओं का ज्ञान नहीं है।
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एल. दिनाकर ने शनिवार को आरोप लगाया कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी को हिंदू रीति-रिवाजों और परंपराओं का ज्ञान नहीं है। दिनाकर ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब आरोप लगाया गया है कि पूर्ववर्ती वाईएसआर कांग्रेस सरकार के शासन के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने में पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया गया।
दिनाकर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘रेड्डी को सरकारी खजाने को लूटने और हिंदू रीति-रिवाजों एवं परंपराओं को कलंकित करने के अलावा शासन और समाज की व्यवस्थाओं का कोई ज्ञान नहीं है।'' उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने लड्डुओं में कथित मिलावट का जवाब देने के बजाय भाजपा नेताओं को अधूरी जानकारी रखने वाला कहा।
बता दें कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी मिलाने के मामले को लेकर अयोध्या के साधु-संतों में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा है कि इस घोटाले में शामिल दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि तिरुपति बालाजी एक आस्था का केंद्र है, जहां लाखों लोग आते हैं। प्रसाद में चर्बी मिलाने की जानकारी मिलना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ है। जो भी दोषी हैं, उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए।" वहीं, राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी इस मामले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि पिछली जगमोहन सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में पशु चर्बी मिलाई गई। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुपति की पवित्रता को नष्ट करने का प्रयास किया है। गुजरात स्थित एनडीडीबी सीएएलएफ लिमिटेड द्वारा की गई जांच में इस घोटाले की पुष्टि की गई है। इस मामले ने धार्मिक भावनाओं को भड़काया है और साधु-संतों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।