Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 17 Jan, 2025 03:15 PM
भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने एक विवादित बयान को लेकर पूर्वांचल समाज के लोगों से माफी मांगी है। उन्होंने वीडियो जारी कर स्पष्ट किया कि उनके शब्दों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं और इसके लिए उन्हें खेद है।
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने एक विवादित बयान को लेकर पूर्वांचल समाज के लोगों से माफी मांगी है। उन्होंने वीडियो जारी कर स्पष्ट किया कि उनके शब्दों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं और इसके लिए उन्हें खेद है। शहजाद ने कहा कि वे यूपी और बिहार के लोगों का बहुत सम्मान करते हैं और उनके साथ उनका गहरा संबंध है। उन्होंने साफ तौर पर यह भी कहा कि इस मामले में कोई जस्टिफिकेशन (सही ठहराना) नहीं होना चाहिए, क्योंकि उनका इरादा किसी को दुख पहुंचाने का नहीं था।
क्यों हुआ था विवाद?
हाल ही में शहजाद पूनावाला ने एक टीवी डिबेट के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता को अपशब्द कह दिए थे। उनका यह बयान विवाद का कारण बन गया, जिससे राजनीति गरमा गई। दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यह बयान काफी चर्चा में आया और कई नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी। शहजाद के बयान के बाद भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इस पर अपनी आपत्ति जताई और शहजाद से माफी की मांग की थी। तिवारी ने कहा था कि आजकल पूर्वांचल के लोगों को अपशब्द कहना एक फैशन बन गया है, जो गलत है।
मनोज तिवारी ने की थी माफी की मांग
मनोज तिवारी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि पूर्वांचल समाज के लोग मेहनत करके अपना नाम कमाते हैं और उनके खिलाफ अपशब्द कहना ठीक नहीं है। उन्होंने शहजाद से अनुरोध किया कि वे अपने बयान के लिए माफी मांगें। तिवारी ने यह भी कहा कि हम सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और इस तरह के अपशब्दों से बचना चाहिए।
शहजाद पूनावाला का माफी बयान
शहजाद पूनावाला ने अब इस पूरे मामले पर माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था। उन्होंने कहा, "मैं हाथ जोड़कर आपसे माफी मांगता हूं। यूपी और बिहार के लोग मेरी नज़र में बहुत सम्मानित हैं और मैं उनके साथ एक गहरे संबंध से जुड़ा हुआ हूं।" उन्होंने इस मामले में अपने शब्दों की गलती को स्वीकार किया और माफी की पेशकश की।
यह घटना राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय इस तरह के बयानों से माहौल गरमाने की संभावना रहती है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच चुनावी संघर्ष तेज है और ऐसे बयान विवादों को जन्म देते हैं। शहजाद की माफी के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस विवाद को सुलझाया जा सकेगा और राजनीति में माहौल सामान्य होगा।