Edited By Radhika,Updated: 25 Mar, 2025 11:54 AM

देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी के विधायक रविंदर नेगी और नीरज बसोया ने नवरात्रि के दौरान मीट दुकानें बंद करने की डिमांड रखी है। विधायक का कहना है कि इससे मटन की बिक्री से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचती है।
नेशनल डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी के विधायक रविंदर नेगी और नीरज बसोया ने नवरात्रि के दौरान मीट दुकानें बंद करने की डिमांड रखी है। विधायक का कहना है कि इससे मटन की बिक्री से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचती है। विधायक ने कहा कि, "नवरात्रि के दौरान मंदिरों के सामने भी मीट की दुकानें लग जाती हैं। यह हिंदुओं का त्योहार है और मीट की दुकानें देखकर हमारी भावनाएं आहत होती हैं। हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं। मीठी ईद पर सेवइयां खाई जा सकती हैं- बकरा काटने की जरूरत नहीं है।"
विधायक नेगी का बयान-
पटपड़गंज के भाजपा विधायक नेगी ने कहा कि भले ही यह आदेश पूरी दिल्ली में लागू न हो, लेकिन वे अपने पटपड़गंज निर्वाचन क्षेत्र में इस मुद्दे पर कदम उठाने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने नगर निगम पार्षद के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए बताया कि उस दौरान भी उन्होंने मीट की दुकानों को रिहायशी इलाकों से हटाने की वकालत की थी। उनका कहना है कि नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने से धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा।
नीरज बसोया की मांग-
भाजपा के विधायक नीरज बसोया ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी और कहा, "नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद होनी चाहिए। ये दुकानें रिहायशी इलाकों में नहीं होनी चाहिए क्योंकि इन दुकानों से यहां के लोग परेशान होते हैं और कुछ विक्रेता गुंडागर्दी भी करते हैं।" बसोया ने आगे कहा कि रिहायशी इलाकों में मीट की दुकानें न केवल नवरात्रि के दौरान, बल्कि पूरे साल नहीं होनी चाहिए। वे चाहते हैं कि ये दुकानें केवल व्यावसायिक क्षेत्रों में ही हों।

आम आदमी पार्टी पर आरोप-
नीरज बसोया ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान काफी संख्या में मीट की दुकानें खोली गईं, जिन्हें उन्होंने बढ़ावा दिया। अब वे चाहते हैं कि इन दुकानों को बंद किया जाए।
कार्रवाई की मांग-
बसोया ने दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली नगर निगम के आयुक्त और दिल्ली पुलिस के आयुक्त से पत्र लिखकर इन दुकानों को बंद करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की है। उनका कहना है कि शहर में अब इन दुकानों का खुलना एक गंभीर समस्या बन गया है, और इसे जल्द से जल्द हल किया जाना चाहिए।