Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Mar, 2025 05:58 PM

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जल्द ही अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने वाली है। इस पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं और चुनावी माहौल को देखते हुए यह फैसला बेहद अहम होगा। बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और दक्षिण भारत के राज्यों में आगामी चुनावों को देखते हुए...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जल्द ही अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने वाली है। इस पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं और चुनावी माहौल को देखते हुए यह फैसला बेहद अहम होगा। बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और दक्षिण भारत के राज्यों में आगामी चुनावों को देखते हुए बीजेपी अपने अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार की तलाश में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस फैसले को कई कारकों के आधार पर लेंगे।
अध्यक्ष चयन में प्रमुख फैक्टर
-
क्षेत्रीय संतुलन: इस बार बीजेपी अध्यक्ष के चयन में सबसे बड़ा मुद्दा क्षेत्रीय संतुलन हो सकता है। पार्टी दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने के प्रयास में है, इसलिए एक दक्षिण भारतीय नेता को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
-
महिला नेतृत्व की संभावना: अब तक बीजेपी ने कभी भी किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाया है। महिला आरक्षण बिल के पारित होने और महिला सशक्तिकरण पर जोर को देखते हुए पार्टी इस बार महिला को अध्यक्ष बना सकती है।
-
संगठनात्मक अनुभव और निष्ठा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की पसंद ऐसा नेता हो सकता है, जिसने संगठन में गहराई से काम किया हो और महत्वपूर्ण चुनावों में जीत दिलाई हो।
-
आरएसएस की स्वीकृति: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका अहम होती है। ऐसा नेता चुना जा सकता है जिसे संघ का समर्थन प्राप्त हो।
बीजेपी अध्यक्ष पद के संभावित उम्मीदवार
1. जी किशन रेड्डी (दक्षिण भारत से मजबूत दावेदार)
जी किशन रेड्डी तेलंगाना से आते हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वह बीजेपी के युवा मोर्चा से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय कर चुके हैं। रेड्डी को मोदी और शाह का समर्थन भी प्राप्त है और उनका नाम इस दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है।
2. धर्मेंद्र प्रधान (ओडिशा का प्रभाव)
धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से आते हैं और बीजेपी की रणनीति में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। वह संगठनात्मक रूप से मजबूत हैं और कई राज्यों में चुनावी प्रबंधन कर चुके हैं। पूर्वी भारत से अब तक कोई अध्यक्ष नहीं बना है, इसलिए प्रधान का नाम प्रबल दावेदारों में से एक हो सकता है।
3. भूपेंद्र यादव (मजबूत रणनीतिकार)
भूपेंद्र यादव को बीजेपी का चाणक्य माना जाता है। उन्होंने कई चुनावों में पार्टी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। वह राजस्थान से आते हैं और संगठन में उनकी गहरी पकड़ है।
4. डी पुरंदेश्वरी (महिला नेतृत्व की संभावित दावेदार)
डी पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश से आती हैं और राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। उन्हें 'दक्षिण की सुषमा स्वराज' भी कहा जाता है। अगर बीजेपी इस बार महिला अध्यक्ष बनाने की सोचती है तो वह एक मजबूत दावेदार हो सकती हैं।
5. वनाथी श्रीनिवासन (तमिलनाडु से संभावित उम्मीदवार)
वनाथी श्रीनिवासन तमिलनाडु से बीजेपी की विधायक हैं और महिला मोर्चा की प्रमुख हैं। उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनाव में कमल हासन को हराकर चर्चा बटोरी थी। अगर बीजेपी महिला नेतृत्व की ओर जाती है तो श्रीनिवासन को अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
6. मनोहर लाल खट्टर (अनुभवी नेता)
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी इस दौड़ में देखा जा रहा है। खट्टर का संघ से गहरा जुड़ाव है और उन्हें मोदी का करीबी माना जाता है।
7. शिवराज सिंह चौहान (अनुभवी और लोकप्रिय नेता)
शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं। चौहान की संगठन पर मजबूत पकड़ है और वह जनता में लोकप्रिय भी हैं। वह आरएसएस के भी करीबी माने जाते हैं।
बीजेपी अध्यक्ष पद पर फैसला कब होगा?
बीजेपी जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय ले सकती है। चूंकि आने वाले महीनों में कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए पार्टी ऐसे नेता को अध्यक्ष बनाएगी जो न सिर्फ संगठन को मजबूत कर सके बल्कि आगामी चुनावों में जीत भी दिला सके।