Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Oct, 2024 01:16 PM
सलूम्बर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा द्वारा दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता मीणा को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी में आंतरिक असंतोष उभरने लगा है। लंबे समय से टिकट की उम्मीद कर रहे नरेंद्र मीणा और उनके समर्थकों ने इस फैसले पर गहरी नाराजगी जाहिर...
नेशनल डेस्क: सलूम्बर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा द्वारा दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता मीणा को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी में आंतरिक असंतोष उभरने लगा है। लंबे समय से टिकट की उम्मीद कर रहे नरेंद्र मीणा और उनके समर्थकों ने इस फैसले पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। रविवार को सलूम्बर में हुई बैठक के दौरान मंच पर बोलते हुए नरेंद्र मीणा भावुक हो गए और रो पड़े, जिससे उनके समर्थकों में भी आक्रोश बढ़ गया।
बैठक में विरोध और अल्टीमेटम
रविवार को सलूम्बर की एक वाटिका में आयोजित इस बैठक में नरेंद्र मीणा के समर्थकों ने शांता मीणा को टिकट दिए जाने को अनुचित ठहराया और इसे बदलने की मांग की। उनका आरोप है कि आलाकमान को गलत जानकारी दी गई, जिसके चलते शांता मीणा को टिकट मिला। नरेंद्र मीणा ने पार्टी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और कहा कि यदि टिकट नहीं बदला गया तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कर सकते हैं।
भावुक अपील और समर्थकों का समर्थन
नरेंद्र मीणा ने अपनी भावुक अपील में कहा, "मैं 20 साल से पार्टी के लिए काम कर रहा हूं, लेकिन मेरे योगदान पर विचार नहीं किया गया।" उनके भावुक होने पर समर्थक नारे लगाने लगे और उनके पक्ष में खड़े हो गए। मीणा ने कहा कि 24 घंटे में निर्णय लिया जाएगा, और 22 अक्टूबर को समर्थकों की राय के आधार पर उनका अगला कदम तय होगा।
भाजपा के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है, खासकर तब जब पार्टी के भीतर ही बगावत के सुर उठ रहे हैं।