Edited By Parminder Kaur,Updated: 21 Mar, 2025 05:20 PM
भाजपा ने शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास से भारी मात्रा में नकदी मिलने के मामले पर सतर्क प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने कहा कि अदालतों के मामलों पर टिप्पणी करना उचित नहीं है और इस मामले पर प्रधान न्यायाधीश पहले ही संज्ञान ले चुके...
नेशनल डेस्क. भाजपा ने शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास से भारी मात्रा में नकदी मिलने के मामले पर सतर्क प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने कहा कि अदालतों के मामलों पर टिप्पणी करना उचित नहीं है और इस मामले पर प्रधान न्यायाधीश पहले ही संज्ञान ले चुके हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि भारत के प्रधान न्यायाधीश ने इस मुद्दे पर फैसला लिया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के आवास से कथित रूप से बड़ी नकद राशि बरामद होने के बाद न्यायपालिका को लेकर असहज स्थिति पैदा हो गई है। इस घटना के बाद उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने वर्मा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि कुछ सरकारी अधिकारियों ने उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम को सूचित किया कि न्यायमूर्ति वर्मा के आवास में भीषण आग लगने के बाद वहां से बड़ी मात्रा में नकद राशि बरामद की गई। इसके बाद कॉलेजियम ने कार्रवाई की।
भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए बताया कि न्यायमूर्ति वर्मा ने लोकपाल के निर्देश पर शिबू सोरेन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच को रोक दिया था। शिबू सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' का हिस्सा है।