Edited By Mahima,Updated: 24 Nov, 2024 09:52 AM
बीजेपी ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिसमें "लाडली बहन योजना" ने अहम भूमिका निभाई। शिंदे सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना ने महिलाओं को वित्तीय लाभ प्रदान किया, जिससे बीजेपी को भारी समर्थन मिला। एग्जिट पोल...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2023 में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके सहयोगियों ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। शुरुआती रुझानों और नतीजों के अनुसार, महायुति (NDA) को राज्य में प्रचंड बहुमत मिला है, जिससे बीजेपी की तीसरी बार सत्ता में वापसी हो रही है। जबकि एग्जिट पोल में महायुति को सरकार बनाने की संभावना तो जताई गई थी, लेकिन इतनी बड़ी जीत की उम्मीद किसी ने नहीं की थी। बीजेपी के लिए यह जीत न केवल चुनावी रणनीति का परिष्कृत रूप है, बल्कि इस बार चुनावी मैदान में जीत के एक अहम फैक्टर के रूप में "लाडली बहन योजना" को देखा जा रहा है, जिसे महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने चुनाव से पहले शुरू किया था।
लाडली बहन योजना
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिंदे सरकार का "लाडली बहन योजना" का ऐलान बड़ा गेम चेंजर साबित हुआ। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करना, उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना, और उनके परिवार में निर्णायक भूमिका को मजबूत करना था। 21 से 65 वर्ष की उम्र की महिलाओं को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से 1500 रुपये का वित्तीय लाभ दिया गया। इसके अलावा, दिवाली के मौके पर महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को 3000 रुपये की अग्रिम किस्त दी, जिसमें चौथी और पांचवीं किस्त का भुगतान एक साथ किया गया। इससे महिलाओं के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया आई और वे सरकार के इस कदम से जुड़ीं। इस योजना के तहत, महिलाओं को सशक्त करने के अलावा, बीजेपी ने यह संदेश दिया कि वह महिलाओं के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। चुनाव से पहले की गई इस घोषणा ने एक तरह से महिलाओं के वोटों को आकर्षित किया और पार्टी को इस चुनावी मौसम में बड़ा लाभ हुआ।
मध्य प्रदेश में भी लाडली बहन योजना का असर
महाराष्ट्र में इस योजना की सफलता ने बीजेपी को उम्मीदों से कहीं अधिक फायदा दिया, लेकिन इस नीति का असर केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं रहा। मध्य प्रदेश में भी 2023 विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहन योजना का ऐलान किया था। मध्य प्रदेश की चुनावी रणभूमि में भी इस योजना ने जबरदस्त प्रभाव डाला और बीजेपी को रिकॉर्ड तोड़ जीत दिलाई। महिलाओं को दी गई वित्तीय सहायता ने बीजेपी के प्रति उनके समर्थन को मजबूत किया, जिससे पार्टी को मध्य प्रदेश में ऐतिहासिक जीत हासिल हुई।
एग्जिट पोल और असल परिणामों में अंतर
चुनाव से पहले आए एग्जिट पोल्स ने महायुति को सरकार बनाने की संभावना तो जताई थी, लेकिन बीजेपी को इतनी बड़ी जीत मिलने की उम्मीद किसी ने नहीं की थी। एग्जिट पोल्स में महायुति को 180 से 200 सीटों के बीच सीटें मिलने की बात की गई थी, जबकि असल परिणामों में एनडीए ने इस आंकड़े को पार कर लिया। बीजेपी ने महाराष्ट्र में लगातार तीसरी बार राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की।
शिंदे सरकार का चुनावी मास्टर स्ट्रोक
एकनाथ शिंदे सरकार ने चुनाव से पहले "लाडली बहन योजना" का ऐलान कर न केवल महिलाओं को सीधा आर्थिक लाभ पहुंचाया, बल्कि बीजेपी की चुनावी रणनीति को भी एक नई दिशा दी। शिंदे सरकार ने यह साबित कर दिया कि अगर किसी योजना को सही वक्त पर लागू किया जाए और उसे सही तरीके से जनता तक पहुंचाया जाए, तो वह चुनावी परिणामों में बड़ा फर्क डाल सकता है।
बीजेपी की जीत और भविष्य
बीजेपी की यह ऐतिहासिक जीत इस बात का संकेत है कि पार्टी अपनी चुनावी रणनीतियों को समयानुसार अपडेट करने और जनता की अपेक्षाओं के अनुसार योजनाओं को लागू करने में सफल रही है। लाडली बहन योजना जैसी योजनाओं ने यह साबित कर दिया कि महिला मतदाता अब राजनीतिक निर्णयों में अहम भूमिका निभा रही हैं। महिलाओं के समर्थन ने न केवल बीजेपी को महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में जीत दिलाई, बल्कि इससे यह भी साबित हुआ कि पार्टी ने अपनी सामाजिक योजनाओं को सही दिशा में लागू किया है। आखिरकार, इस चुनावी दांव ने यह साबित कर दिया कि बीजेपी की सशक्त महिला योजनाओं ने उसे दो राज्यों में चित्त हो रही कांग्रेस से कहीं आगे बढ़ाया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी आने वाले वर्षों में इस जीत के बाद अपने आगामी चुनावी दृष्टिकोण को कैसे आगे बढ़ाती है।