Edited By Tanuja,Updated: 02 Nov, 2024 05:04 PM
अमेरिका (US) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने शुक्रवार को कहा कि दिवाली यह याद दिलाती है कि दक्षिण एशियाई मूल के अमेरिकियों ने अमेरिका को किस तरह समृद्ध बनाया ...
Washington: अमेरिका (US) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने शुक्रवार को कहा कि दिवाली यह याद दिलाती है कि दक्षिण एशियाई मूल के अमेरिकियों ने अमेरिका को किस तरह समृद्ध बनाया है। ब्लिंकन ने दिवाली के मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में राजनयिक समुदाय और भारतीय-अमेरिकियों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली मूलतः इस विचार पर आधारित है कि प्रकाश की अंधकार पर जीत होती है, अज्ञानता पर करुणा और जिज्ञासा की जीत होती है तथा प्रत्येक व्यक्ति का यह दायित्व है कि वह एक-दूसरे की देखभाल करें।
उन्होंने बंगाली कवि रवींद्रनाथ टैगोर के शब्दों को उद्धृत करके दिवाली के संदेश पर भी प्रकाश डाला कि "विश्वास वह पक्षी है जो सुबह के अंधेरे में भी प्रकाश को महसूस करता है।"ब्लिंकन की यह टिप्पणी शुक्रवार को दिवाली रिसेप्शन को संबोधित करते हुए आई। उन्होंने कहा, "10 साल पहले सेक्रेटरी जॉन केरी ने स्टेट डिपार्टमेंट में पहली दिवाली रिसेप्शन की मेजबानी की थी। एक दशक बाद, यह वार्षिक सभा एक परंपरा बन गई है, जिस पर मुझे बहुत गर्व है और इसे जारी रखने में मुझे खुशी है। इस साल, दुनिया भर के एक अरब से अधिक हिंदू, बौद्ध और सिख दिवाली मना रहे हैं और घरों को जीवंत पैटर्न, रंगोली, फूलों की माला लटकाने और दीये जलाने से सजा रहे हैं।"उन्होंने कहा, ‘‘दिवाली यह भी याद दिलाती है कि दक्षिण एशियाई संस्कृति और दक्षिण एशियाई मूल के अमेरिकियों ने किस प्रकार हमारे राष्ट्र को समृद्ध बनाया है। अमेरिका को इस विविधता से बहुत ताकत मिलती है।
उन्होंने कहा कि इन (दक्षिण एशियाई) लोगों में उल्लेखनीय लोक सेवक भी शामिल हैं, जिनमें अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा और हमारे अपने उप विदेश मंत्री रिच वर्मा हैं।'' उन्होंने बताया कि दस साल पहले तत्कालीन विदेश मंत्री जॉन केरी ने विदेश मंत्रालय में दिवाली के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया था और तब से हर साल इसका आयोजन किया जाता है और यह एक सम्मानित परंपरा बन गई है। ब्लिंकन ने कहा, ‘‘इस साल पूरी दुनिया में एक अरब से अधिक हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख लोग दिवाली मना रहे हैं। घरों को रंगोली से सजा रहे हैं, फूलों की माला लटका रहे हैं, दीये जला रहे हैं।''