Edited By Rohini Oberoi,Updated: 23 Mar, 2025 03:47 PM

पंजाब में अब बोटिंग का आनंद लेने के लिए आपको जम्मू-कश्मीर नहीं जाना पड़ेगा। राज्य सरकार जल्द ही चंडीगढ़ की सुखना लेक की तरह पंजाब में भी बोटिंग की सुविधा शुरू करने जा रही है। इसके लिए राज्य के लगभग 6 प्रमुख नहरों को चुना गया है जहां बोटिंग की...
नेशनल डेस्क। पंजाब में अब बोटिंग का आनंद लेने के लिए आपको जम्मू-कश्मीर नहीं जाना पड़ेगा। राज्य सरकार जल्द ही चंडीगढ़ की सुखना लेक की तरह पंजाब में भी बोटिंग की सुविधा शुरू करने जा रही है। इसके लिए राज्य के लगभग 6 प्रमुख नहरों को चुना गया है जहां बोटिंग की गतिविधियां शुरू की जाएंगी। इस परियोजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोग आसानी से बोटिंग का मजा ले सकेंगे।
राज्य के जल स्रोत विभाग ने इस योजना के लिए एक फिजिबिलिटी रिपोर्ट भी तैयार कर ली है। रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के रोपड़, होशियारपुर, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर और पटियाला जिलों में स्थित नहरों पर बोटिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। इनमें प्रमुख नहरें जैसे सरहिंद नहर, ऊपरी बारी दोआब नहर, नंगल नहर और बिस्त दोआब नहर शामिल हैं। इन नहरों का जल उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता है लेकिन अब इन पर बोटिंग की भी योजना बनाई जा रही है।
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सरहिंद नहर जो सतलुज नदी से जल लेकर फिरोजपुर, मुक्तसर और फरीदकोट जिलों में सिंचाई करती है ऊपरी बारी दोआब नहर रावी नदी से निकलकर 3 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करती है। नंगल नहर सतलुज नदी से निकलकर पंजाब और राजस्थान की 7 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करती है वहीं बिस्त दोआब नहर सतलुज नदी से निकलकर लगभग 1 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करती है।
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इस मौके पर पंजाब के जल स्रोत मंत्री बरिंदर गोयल ने कहा कि वे नहरों की पहचान कर रहे हैं जहां बोटिंग की योजना बनाई जा रही है। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और नावों की खरीदारी की जाएगी। इस परियोजना से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा मिलेगा।