Edited By Mahima,Updated: 18 Dec, 2024 12:12 PM
जयपुर में 15 दिसंबर को हर्षिता का शव उसके घर में फंदे से लटका मिला। उसकी मौत से पहले उसने अपने चचेरे भाई से फोन पर दहेज उत्पीड़न और हत्या की आशंका जताई थी। हर्षिता के पिता ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाया। मामले की जांच जारी है और पुलिस...
नेशनल डेस्क: जयपुर के रामनगरिया थाना इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 15 दिसंबर की रात को एक युवती का शव उसके घर के कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया। मृतका हर्षिता ने कुछ घंटे पहले अपने चचेरे भाई से फोन पर बात करते हुए अपनी जान को खतरे में बताया था और आशंका जताई थी कि उसके पति पंकज और ससुराल वाले उसे मार देंगे। युवती के पिता ने ससुरालवालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हर्षिता का परिवार आरोप लगा रहा है दहेज हत्या का
घटना के बाद हर्षिता के पति पंकज ने उसे जयपुरिया हॉस्पिटल लेकर पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हॉस्पिटल स्टाफ ने तुरंत हर्षिता के ताऊ को सूचना दी, जिससे मामले में नए पहलू सामने आए। हर्षिता ने अपने चचेरे भाई लोकेश से फोन पर बात करते हुए कहा था, “भैया... पंकज और ससुराल वाले मुझे मार देंगे, इन्हें पैसे दे दो। आप पापा से बोल दो, मैं आपके पास आना चाहती हूं।” युवती के पिता अशोक तंवर का आरोप है कि हर्षिता की लव मैरिज के बाद पंकज और उसके परिवार ने उसे दहेज की मांग को लेकर लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पंकज शराब के नशे में अपनी पत्नी को मारता था और दहेज लाने की धमकी देता था। हर्षिता लंबे समय तक इस उत्पीड़न को अपने परिवार से छिपाती रही।
दहेज प्रथा के खिलाफ गहरी चिंता
पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उनके दामाद और उसके परिवार ने हर्षिता को लगातार परेशान किया और उसे दहेज के लिए मारपीट का शिकार बनाया। पंकज के घरवालों ने भी तलाक लेने का दबाव बनाया था। पुलिस द्वारा दायर की गई एफआईआर में हर्षिता के पति पंकज और उसके परिवार के खिलाफ दहेज हत्या का आरोप लगाया गया है।
मामले की जांच जारी
एसीपी सांगानेर, विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि एफएसएल टीम को घटनास्थल पर भेजकर सबूत जुटाए गए हैं और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने पंकज और उसके परिवार के सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाया है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है, और आरोपी अगर दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आत्महत्या या हत्या?
इस घटना ने समाज में दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा की गंभीरता को एक बार फिर उजागर किया है। सवाल यह उठता है कि क्या यह एक आत्महत्या थी या फिर एक दहेज के लिए हत्या का मामला है। हर्षिता की मौत ने यह भी साबित कर दिया है कि महिलाओं को अपने घरों में, खासकर दहेज उत्पीड़न के मामलों में, सुरक्षा और समर्थन की कितनी जरूरत है।