Edited By Tanuja,Updated: 07 Nov, 2024 12:00 PM
कनाडा के ब्रैम्पटन में हाल ही में हिंदू मंदिर पर हुए हमले के विरोध में हिंदू समुदाय द्वारा बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इन प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो ..
International Desk: कनाडा के ब्रैम्पटन में हाल ही में हिंदू मंदिर पर हुए हमले के विरोध में हिंदू समुदाय द्वारा बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इन प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं, जो तिरंगा और भगवा झंडे लहराते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा सिर्फ मंदिर पर हमले तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी नाराजगी कनाडा की पुलिस के खिलाफ भी है, जिन पर पक्षपाती व्यवहार का आरोप लगाया गया है।
इस स्थिति को देखते हुए, ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने धार्मिक स्थलों पर राजनीतिक प्रदर्शनों पर रोक लगाने के लिए एक नया विधेयक लाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल केवल धार्मिक कार्यों के लिए हैं और यहाँ पर किसी भी प्रकार के राजनीतिक या अन्य प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम तनावपूर्ण स्थिति को शांति में बदलने की दिशा में उठाया गया है।
दूसरी ओर, पंथक संगठनों ने मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए इसे एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बताया है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी मंदिर पर हमले की तीखी आलोचना की है और सभी समुदायों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस प्रकार, यह घटनाक्रम न केवल कनाडा में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा रहा है, बल्कि यह एक बड़े स्तर पर धार्मिक आपसी संबंधों पर भी प्रश्नचिह्न लगा रहा है। दोनों समुदायों के नेताओं द्वारा इसमें इंटरवेन करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि हालात को सामान्य किया जा सके।