Edited By Harman Kaur,Updated: 13 Oct, 2024 11:56 AM
अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस पिंक मंथ (Breast Cancer Awareness Pink Month) के रूप में मनाया जाता है और 13 अक्टूबर को ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस डे के रूप में विशेष महत्व है। इस साल का थीम है "नो वन शुड फेस ब्रेस्ट कैंसर अलोन" यानी किसी को भी...
नेशनल डेस्क: अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस पिंक मंथ (Breast Cancer Awareness Pink Month) के रूप में मनाया जाता है और 13 अक्टूबर को ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस डे के रूप में विशेष महत्व है। इस साल का थीम है "नो वन शुड फेस ब्रेस्ट कैंसर अलोन" यानी किसी को भी स्तन कैंसर का सामना अकेले नहीं करना चाहिए। इसी उद्देश्य के तहत हम आपके लिए जागरूकता गाइड प्रस्तुत कर रहे हैं ताकि आप इस बीमारी से लड़ने में सक्षम हो सकें।
कैंसर सर्वाइवर्स की कहानियां
बता दें कि चंडीगढ़ में कई ट्रस्ट हैं जो ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और जरूरतमंदों की मदद करने का कार्य कर रहे हैं।कमलेश शर्मा (57), मोहाली की निवासी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि, "मेरे ब्रेस्ट के आगे के हिस्से का रंग बदलने लगा था। मैंने इसे उम्र का असर समझा, लेकिन जब सिकुड़न महसूस हुई तो डॉक्टर के पास गई। मैमोग्राफी से कैंसर का पता चला। इसे नजरअंदाज न करें।" वहीं, एक 39 वर्षीय अन्य महिला ने बताया कि, "मुझे लगा कि कैंसर मेरे लिए नहीं हो सकता। लेकिन ब्रेस्ट में सूजन आने के बाद स्क्रीनिंग में देरी हुई, जिससे कैंसर की स्टेज बढ़ गई। कम उम्र में यह समस्या हो सकती है।" ब्रेस्ट कैंसर के लिए परीक्षण के लिए चंडीगढ़ में निम्नलिखित स्थान हैं:-
टेस्ट के स्थान
-PGIMER
-गवर्नमेंट मल्टी स्पेशल्टी हॉस्पिटल, सेक्टर 16
-गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सेक्टर 32
-हॉस्पिटल मनीमाजरा
-सिविल हॉस्पिटल, सेक्टर 22
-सिविल हॉस्पिटल, सेक्टर 45
बचाव के उपाय:-
-वजन संतुलित रखें: स्वस्थ वजन बनाए रखना आवश्यक है।
-धूम्रपान और शराब से दूर रहें: इनसे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
-शारीरिक सक्रियता: नियमित व्यायाम करें और सक्रिय रहें, भले ही कैंसर हो गया हो।
-हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी: डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।
सेल्फ टेस्टिंग:-
डॉ. गौरव प्रकाश, प्रोफेसर मेडिकल ऑन्कोलॉजी, पीजीआई चंडीगढ़ ने बताया कि हर महिला को ब्रेस्ट का सेल्फ टेस्ट करना चाहिए। जिन महिलाओं के परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास है, उन्हें 40 साल की उम्र के बाद नियमित टेस्ट कराना चाहिए। यह ध्यान रखें कि 20 से 30 साल की उम्र की महिलाओं में भी कैंसर के केस देखे गए हैं। कम उम्र की लड़कियों और पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। इस जागरूकता महीने में, सभी को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति सजग रहने की जरूरत है, ताकि समय पर पहचान और उपचार संभव हो सके।