Edited By Seema Sharma,Updated: 21 Jul, 2019 04:53 PM
कोई भी देश भले ही कितना भी विकास की ओर बढ़ जाए लेकिन अगर वहां भूखमरी की मार है तो उसे एक विकसित देश नहीं कहा जा सकता। दूसरी देश की समस्या है स्वच्छता। गंदगी बीमारियों को बुलावा देती है।
रायपुरः कोई भी देश भले ही कितना भी विकास की ओर बढ़ जाए लेकिन अगर वहां भूखमरी की मार है तो उसे एक विकसित देश नहीं कहा जा सकता। दूसरी देश की समस्या है स्वच्छता। गंदगी बीमारियों को बुलावा देती है। इन दोनों समस्याओं से निपटने और इसे जड़ से खत्म करने के लिए छत्तीसगढ़ नगर-निगम ने एक बहुत ही अच्छी पहल की है। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में एक 'गार्बेज कैफे' लॉन्च किया गया है जहां आपको कचरे के बदले में भरपेट खाना मिलेगा। छत्तीसगढ़ नगर-निगम ने यह स्कीम भूखे और गरीब लोगों के लिए सुरू की है।
1 1KG प्लास्टिक के बदले भरपेट खाना
यह देश का पहला गार्बेज कैफे होगा जहां पर प्लास्टिक के कचरे के बदले में लोगों को भरपेट खाना दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ नगर-निगम के इस गार्बेज कैफे में एक किलो प्लास्टिक के कचरे के बदले भरपेट खाना मिलेगा जबकि 500 ग्राम कचरे के बदले लोग अच्छा नाश्ता कर सकेंगे।
यहां बन रहा है गार्बेज कैफे
अंबिकापुर के मुख्य बस अड्डे पर गार्बेज कैफे बनाया जा रहा है। इसकी शरुआत करने के लिए पांच लाक रुपए का शुरुआती बजट तैयार किया गया है। जो लोग नगर-निगम को सड़क से प्लास्टिक लाकर देंगे उनको यहां से खाने की सुविधा दी जाएगी। इतना ही नहीं कचरा बीनकर सड़क पर सोने वालों को नगर-निगम पब्लिक हाउस की सुविधा भी देने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि हाल ही में अंबिकापुर देश का सबसे साफ-सुथरा शहर चुना गया था। यहां पर प्लास्टिक से बनी एक सड़क भी है जिसे ग्रैनुएल्स और एसफाल्ट के इस्तेमाल से बनाया गया है। इस सड़क को बनाने के लिए करीब 8 लाख प्लास्टिक बैग्स का प्रयोग भी किया गया था।