Edited By Anil dev,Updated: 18 Dec, 2021 11:02 AM
जब ब्रिटेन और कनाडा खालिस्तानियों को नजर अंदाज कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार हैं,
नेशनल डेस्क: जब ब्रिटेन और कनाडा खालिस्तानियों को नजर अंदाज कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार हैं, तो ऐसे में भी भारत में प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस का कर्ताधर्ता आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब उसने भारत के खिलाफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर खालिस्तान का समर्थन करने की गुहार लगाई है। इस पत्र की खास बात यह है कि इसमें पन्नू ने इमरान खान को कश्मीर का राजदूत बताते हुए कहा है कि वह जिस तरह कश्मीर के लोगों के हिमायती हैं हमारे लिए भी वैसे ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खालिस्तान हासिल करवाने में हमारी मदद करें।
संगठन को बताया मानवाधिकार का रक्षक
आतंकी पन्नू ने दावा किया है कि सिख फॉर जस्टिस मानवाधिकार की वकालत का एक समूह है, जो अंतरराष्ट्रीय चार्टर, मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा और नागरिक व राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध (आईसीसीपीआर) में विश्वास करता है और उसका पालन करता है। पत्र में इमरान खान को संबोधित करते हुए पन्नू ने पूछा है कि क्या भारत शासित पंजाब एक स्वतंत्र देश नहीं होना चाहिए। पन्नू ने पत्र में दावा किया है कि एसएफजे पहली बार वैश्विक गैर-सरकारी खालिस्तान जनमत संग्रह आयोजित कर रहा है।
जनमत संग्रह का दावा
जिसकी शुरुआत 31 अक्टूबर, 2021 को लंदन, यूके से शुरू हुई थी जिसमें हजारों ब्रिटिश सिखों ने भाग लिया था। हाल ही में 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस पर खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदान स्विट्जरलैंड के जिनेवा में हुआ था जिसमें 6000 से अधिक सिखों ने भाग लिया और भारतीय कब्जे से पंजाब की स्वतंत्रता के लिए मतदान किया। पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान की सरकार और लोगों से आग्रह करते हैं कि भारतीय कब्जे से पंजाब की मुक्ति के सवाल पर सिख लोगों के जनमत संग्रह के अधिकार के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन दें।
ब्रिटिश राजनेता बोले जनमत मायने नहीं रखता
प्रमुख ब्रिटिश भारतीय राजनेता और सत्तारूढ़ टोरी पार्टी के नेता व ब्रिटिश सिख एसोसिएशन के अध्यक्ष लॉर्ड रामी रेंजर पन्नू की इन बातों को सिरे खारिज कर चुके हैं। उन्होंने पन्नू पर विदेशों में गुरुद्वारों में अरबों की संपति को हड़प्पने की साजिश का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि यह भी निश्चित नहीं है कि हजारों लोगों ने मतदान किया। वे 3000 या 300,000 कह सकते हैं लेकिन भारत या ब्रिटेन या सिखों के लिए इसका कोई मूल्य नहीं है। वे सिर्फ लोगों को अपनी दुकान चलाने के लिए उकसाना चाहते हैं। रेंजर कहते है कि कोई शक्तिशाली एजेंसी इस पैसे का भुगतान कर रही होगी। पन्नू बहुत गरीब था लेकिन अब उसने वहां पर 10 लाख पाउंड में एक घर खरीद लिया है। इससे पहले उनके नाम पर कुछ भी नहीं था। वह पहले दरिद्र था।