Edited By Rahul Rana,Updated: 18 Dec, 2024 12:49 PM
आगर-मालवा जिले के सुसनेर में आज सुबह इंदौर-कोटा हाईवे पर एक तेज रफ्तार बस पलट गई। इस हादसे में एक 6 साल की बच्ची की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए। घायलों में से आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
नेशनल डेस्क। आगर-मालवा जिले के सुसनेर में आज सुबह इंदौर-कोटा हाईवे पर एक तेज रफ्तार बस पलट गई। इस हादसे में एक 6 साल की बच्ची की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए। घायलों में से आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार बस दिल्ली से इंदौर जा रही थी। सुबह करीब 6 बजे ड्राइवर को नींद का झोका आ गया जिससे वह बस पर नियंत्रण नहीं रख सका और बस सड़क से उतरकर पलट गई। हादसे में लगभग 30 लोग सवार थे जिनमें से एक बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलने पर कलेक्टर और एसपी ने तुरंत सुसनेर अस्पताल पहुंचकर घायलों से जानकारी ली और राहत कार्य शुरू किया।
हाईवे किनारे वाहनों की लापरवाही से हादसे का खतरा
उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग के शहरी क्षेत्र में अब सड़क किनारे वाहनों की बेतरतीब पार्किंग से हादसों का खतरा बढ़ गया है। वाहनों के लापरवाह तरीके से खड़ा होने के कारण सड़क संकरी हो गई है जिससे हादसों की संभावना बनी रहती है।
सड़क किनारे वाहनों को पार्क करने के कारण मार्ग पर आने-जाने में दिक्कत होती है और दुर्घटनाओं का खतरा रहता है। खासकर पुराने पेट्रोल पंप से मोड़ी चौराहा तक यह समस्या अधिक है।
सर्विस रोड पर दुकानदारों का कब्जा
इसके अलावा सर्विस रोड पर दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है जिससे सड़क पर वाहनों के खड़े होने का स्थान और कम हो गया है। इस कारण दुर्घटनाओं के बढ़ने की आशंका है।
ट्रैफिक पुलिस का अभाव
सड़क किनारे खड़े वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए ट्रैफिक पुलिस की आवश्यकता है लेकिन नगर में पुलिस का अभाव है जिससे इन वाहनों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। अगर कोई वाहन सड़क किनारे खड़ा किया जाता है तो पुलिस और नगर निगम उसे उठाकर थाने भेजते हैं लेकिन यह व्यवस्था यहां लागू नहीं हो रही है।
इन जगहों पर खड़े रहते हैं वाहन
उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोड़ी चौराहा पुलिस थाने के सामने परसुलिया चौराहा त्रिमूर्ति मंदिर के बाहर और कृषि उपज मंडी के बाहर सर्विस रोड को छोड़कर मुख्य सड़क पर वाहनों का खड़ा होना आम बात है। इनमें से कई वाहन गैरेजों में खराब होने के बाद ठीक किए जाते हैं और घंटों तक सड़क पर खड़े रहते हैं जिससे सड़क संकरी हो जाती है और तेज रफ्तार से गुजर रहे वाहनों के साथ दुर्घटनाएं होती हैं।