Edited By Anu Malhotra,Updated: 01 Apr, 2025 09:49 AM
महाराष्ट्र में घर या ज़मीन खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट है। राज्य सरकार ने 2025-2026 के वित्तीय वर्ष के लिए रेडी रेकनर दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस बढ़ोतरी का असर प्रमुख रूप से महानगर पालिका क्षेत्र में पड़ा है,...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में घर या ज़मीन खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए एक बड़ी अपडेट है। राज्य सरकार ने 2025-2026 के वित्तीय वर्ष के लिए रेडी रेकनर दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस बढ़ोतरी का असर प्रमुख रूप से महानगर पालिका क्षेत्र में पड़ा है, जहां रेडी रेकनर में 5.59% की वृद्धि की गई है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में यह बढ़ोतरी 3.36% रही है। बढ़े हुए ये दाम आज यानी मंगलवार से लागू हो जाएंगे।
रेडी रेकनर दर में बढ़ोतरी का मतलब है कि अब महानगरपालिका क्षेत्रों में घर या जमीन खरीदने वालों को अधिक रकम चुकानी होगी। यह दर हर साल 1 अप्रैल से बदलती है, और इसके आधार पर लोग अपनी संपत्ति के लेन-देन पर स्टांप ड्यूटी (मुद्रांक शुल्क) का भुगतान करते हैं। पिछली दो सालों में सरकार ने रेडी रेकनर दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी, इसलिए इस साल यह बदलाव अपेक्षित था।
रेडी रेकनर दर क्या होती है? रेडी रेकनर दर, जिसे सर्कल रेट या मार्गदर्शन मूल्य भी कहा जाता है, वह न्यूनतम मूल्य है जिसे राज्य सरकार किसी क्षेत्र में संपत्तियों के लेन-देन के लिए निर्धारित करती है। इसका उद्देश्य संपत्तियों की बिक्री पर उचित स्टांप ड्यूटी और टैक्स सुनिश्चित करना है।
वर्तमान में, जहां शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है और सोने की कीमतें भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं, वहीं अब रियल एस्टेट में निवेश करने वाले लोग इस नई बढ़ोतरी से प्रभावित होंगे। बढ़ी हुई रेडी रेकनर दर के साथ अब संपत्ति खरीदने वालों को अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ेगा, जिससे रियल एस्टेट में निवेश की लागत में इज़ाफा होगा।