Edited By rajesh kumar,Updated: 17 Oct, 2024 08:10 PM
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कनाडा पर आरोप लगाया कि वह भारत के कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े लोगों को प्रत्यर्पित करने में रुचि नहीं दिखा रहा है। भारत ने कनाडा से 26 लोगों को प्रत्यर्पित...
नेशनल डेस्क: सुरक्षा कारणों से भारत ने अपने राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया है। इसके बाद कनाडा ने इन राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कनाडा पर आरोप लगाया कि वह भारत के कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े लोगों को प्रत्यर्पित करने में रुचि नहीं दिखा रहा है। भारत ने कनाडा से 26 लोगों को प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया है, जो पिछले 10 साल से लंबित हैं।
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जायसवाल ने कहा कि हमें यह बेहद अजीब लगता है कि जिन अपराधियों को हमने वापस बुलाने की मांग की थी, वही लोग अब कनाडा में अपराध कर रहे हैं, और कनाडा इस बात के लिए भारत को दोषी ठहरा रहा है। भारत ने यह भी साफ कर दिया है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का कोई हाथ नहीं है। सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने खारिज कर दिया था।
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भारत ने कहा कि हमने ट्रूडो सरकार के लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है और अब तक कोई भी सबूत पेश नहीं किया गया है, जो इन आरोपों को सही साबित कर सके। इस बीच, भारत ने कनाडा के साथ अपने व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई है, खासकर कनाडा में रहने वाले भारतीय छात्रों को ध्यान में रखते हुए। इसके अलावा, अमेरिका ने पुष्टि की है कि एक पूर्व भारतीय रॉ अधिकारी, जिसे खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की असफल साजिश में शामिल बताया जा रहा है, अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है।