Edited By Tanuja,Updated: 02 Sep, 2024 04:01 PM
कनाडा से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है, जिससे कनाडा की वीजा प्रक्रिया पर गहन समीक्षा की मांग की जा रही है...
International Desk: कनाडा से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है, जिससे कनाडा की वीजा प्रक्रिया पर गहन समीक्षा की मांग की जा रही है। इसके साथ ही, कनाडा की यात्रा पर जाने वाले कई भारतीय यात्री ब्रिटेन में स्टॉपओवर के दौरान शरण की मांग कर रहे हैं, जिससे ब्रिटेन के लिए भी यह गंभीर चिंता का विषय बन गया है। अमेरिका में अवैध प्रवेश की तेज़ी अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) द्वारा जारी किए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार, जून 2024 में 5,152 भारतीय नागरिकों ने कनाडा से पैदल सीमा पार कर अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश किया। यह संख्या अब तक के सभी रिकॉर्ड्स को पार कर गई है। दिसंबर 2023 से, कनाडा के रास्ते अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या मैक्सिको के रास्ते से अधिक हो गई है, जो कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों का पारंपरिक मार्ग रहा है।
कनाडा की लंबी खुली सीमा और आसान वीजा प्रक्रिया
कनाडा-अमेरिका सीमा, जो लगभग 9,000 किलोमीटर लंबी है, दुनिया की सबसे लंबी खुली सीमा है और यह मैक्सिको-अमेरिका सीमा से दुगनी लंबी है। इसकी खुली सीमा और कनाडा की आसान वीजा प्रक्रिया ने इसे अवैध प्रवास के लिए आकर्षक मार्ग बना दिया है। जनवरी-जून 2024 के दौरान, कनाडा-अमेरिका सीमा पर भारतीय नागरिकों की "मुठभेड़" (जिन्हें हिरासत में लिया गया, निर्वासित किया गया या प्रवेश से मना किया गया) की औसत मासिक संख्या 47% बढ़कर 3,733 हो गई, जो 2023 में 2,548 थी। यह संख्या 2021 में मात्र 282 थी, जिससे स्पष्ट होता है कि पिछले कुछ वर्षों में यह समस्या तेजी से बढ़ी है।
ब्रिटेन में भारतीयों द्वारा शरण की मांग
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन में शरण की मांग करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है। 2022 में यह संख्या 136% बढ़कर 1,170 हो गई, जो 2021 में 495 थी। 2023 में यह संख्या बढ़कर 1,319 हो गई और 2024 में जून तक 475 भारतीय नागरिक पहले ही शरण की मांग कर चुके हैं। इनमें से कई कनाडा जाने वाले यात्री होते हैं, जो ब्रिटेन में स्टॉपओवर के दौरान शरण की मांग करते हैं, जिससे ब्रिटेन की शरणार्थी प्रणाली पर दबाव बढ़ रहा है।
अमेरिका-ब्रिटेन और कनाडा की प्रतिक्रिया
अमेरिकी और ब्रिटिश सरकारों ने इस मुद्दे पर कनाडा के समक्ष अपनी गंभीर चिंताएं व्यक्त की हैं। अमेरिकी सरकार ने कनाडा से वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और कठोर बनाने का अनुरोध किया है, जबकि ब्रिटिश सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि सभी कनाडा जाने वाले भारतीय यात्रियों को ब्रिटेन में स्टॉपओवर के लिए ट्रांज़िट वीजा प्राप्त करना चाहिए।
आव्रजन प्रणाली को सुदृढ़ करने के उपाय
कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारें इस मुद्दे से निपटने के लिए अपनी-अपनी आव्रजन प्रणालियों को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य कर रही हैं। कनाडा के शरणार्थी संरक्षण विभाग (RPD) ने भी भारतीय नागरिकों से प्राप्त शरणार्थी दावों की संख्या में वृद्धि दर्ज की है। 2023 में कनाडा में 9,060 शरणार्थी दावे दर्ज किए गए थे, जबकि 2024 की पहली तिमाही में यह संख्या 6,056 तक पहुंच गई।