Edited By Radhika,Updated: 17 Dec, 2024 05:10 PM
एमपी से हाल ही में एक अजब- गजब मामला सामने आया है। यहां एक कैंडिडेट को परीक्षा में 100 में से 101 नंबर मिले हैं। इस बात पर सवाल उठाते हुए बेरोज़गार युवाओं ने इंदौर में भारी प्रदर्शन किया है। उन्होंने इसके लिए निष्पक्ष जांच की मांग भी की है।
नेशनल डेस्क: एमपी से हाल ही में एक अजब- गजब मामला सामने आया है। यहां एक कैंडिडेट को परीक्षा में 100 में से 101 नंबर मिले हैं। इस बात पर सवाल उठाते हुए बेरोज़गार युवाओं ने इंदौर में भारी प्रदर्शन किया है। उन्होंने इसके लिए निष्पक्ष जांच की मांग भी की है। दरअसल, राज्य में एक सरकारी भर्ती परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन यानी 'सामान्यीकरण' के प्रोसेस के कारण एक कैंडिडेट को 100 में से 101.66 अंक मिले हैं। इस संबंध में उन्होंने सीएम मोहन यादव को संबोधित एक ज्ञापन एक अधिकारी को सौंपा।
इस ज्ञापन में बताया गया है कि वन और जेल विभागों की संयुक्त भर्ती परीक्षा 2023 में एक कैंडिडेट को 100 में से 101.66 नंबर मिले हैं। इस वजह से वह टॉप पर रहा है। इसे लेकर कर्मचारी चयन मंडल ने साफ किया है कि इसके लिए 'सामान्यीकरण' की प्रक्रिया अपनाई गई है। इसमें किसी भी कैंडिडेट को 100 से ज़्यादा और 0 से कम नंबर मिल सकते हैं।
प्रदर्शनकारियों के नेता गोपाल प्रजापत ने बताया कि एमपी में परीक्षा के इतिहास में पहली बार किसी कैंडिडेट को 100 में से 101.66 अंक हासिल मिले हैं, जो काफी हैरानीजनक है।