Edited By Harman Kaur,Updated: 26 Aug, 2024 12:29 PM
पिछले 30 महीनों में पंजाब के 15 जिलों में कुल 38,114 इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। यह आंकड़े उन मामलों के हैं, जिनकी शुरुआत 25 जनवरी 2022 को हुए ART (आर्टिफिशियल रिप्रोडक्शन टेक्नोलॉजी) एक्ट, 2021 और सरोगेसी रेगुलेशन...
नेशनल डेस्क: पिछले 30 महीनों में पंजाब के 15 जिलों में कुल 38,114 इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। यह आंकड़े उन मामलों के हैं, जिनकी शुरुआत 25 जनवरी 2022 को हुए ART (आर्टिफिशियल रिप्रोडक्शन टेक्नोलॉजी) एक्ट, 2021 और सरोगेसी रेगुलेशन एक्ट, 2021 के लागू होने के बाद की है। यह जानकारी आरटीआई एक्ट के तहत प्राप्त की गई है।
पंजाबी गायक और रैपर सिद्धू मूसे वाला के माता-पिता द्वारा मार्च में IVF के जरिए बेटे के जन्म के बाद इस तकनीक पर ध्यान केंद्रित हुआ है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या मूसे वाला की मां इस विधि के लिए कानूनी रूप से पात्र थीं, क्योंकि कानून के तहत ART उपचार के लिए महिला और पुरुष की उम्र की सीमा 50 और 55 वर्ष निर्धारित की गई है।
आरटीआई एक्टिविस्ट संजीव गोयल ने कहा कि उन्हें 21 सिविल सर्जनों से जवाब प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 6 जिलों में किसी ने भी इस तकनीक को अपनाया नहीं है। सफलता दर की जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
निम्नलिखित जिलों में IVF के मामलों की संख्या:-
मोगा: 11,332 मामले
जालंधर: 10,028 मामले
लुधियाना: 5,065 मामले
मोहाली: 4,701 मामले
बठिंडा: 2,609 मामले
पटियाला: 1,519 मामले
अमृतसर: 1,031 मामले
मुख्तसर: 964 मामले
फरीदकोट: 354 मामले
गुरदासपुर: 134 मामले
पठानकोट: 128 मामले
बरनाला: 83 मामले
संगरूर: 60 मामले
मंसा: 53 मामले
नवांशहर: 53 मामले
मूसे वाला के माता-पिता द्वारा IVF को अपनाने के बाद इस तकनीक को अपनाने वाले लोगों की संख्या में कितनी बढ़ोतरी हुई, इसके माहवार विवरण की जानकारी अभी प्राप्त नहीं हुई है।