Edited By Radhika,Updated: 13 Dec, 2024 04:43 PM
CCS यानि की कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने गुरुवार को डिफेंस सेक्टर में ‘मेक इन इंडिया’ के दो बड़े प्रोजेक्ट्स को अप्रूवल दे दी है। इन प्रोजेक्ट्स की कुल लागत करीब 20,000 करोड़ रुपये है। इनमें भारतीय वायुसेना के लिए 12 Su-30MKI लड़ाकू विमान और...
नेशनल डेस्क: CCS यानि की कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने गुरुवार को डिफेंस सेक्टर में ‘मेक इन इंडिया’ के दो बड़े प्रोजेक्ट्स को अप्रूवल दे दी है। इन प्रोजेक्ट्स की कुल लागत करीब 20,000 करोड़ रुपये है। इनमें भारतीय वायुसेना के लिए 12 Su-30MKI लड़ाकू विमान और भारतीय सेना के लिए 100 K-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर तोप शामिल हैं।
12 Su-30MKI लड़ाकू विमान-
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की नासिक यूनिट में लाइसेंस के तहत 12 Su-30MKI लड़ाकू विमानों का बनाया जाएगा। इन्हें लगभग 13,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। ये विमान वायुसेना के उन विमानों की जगह लेंगे, जो पिछले वर्षों में खो दिए गए।
100 K-9 वज्र होवित्जर तोप-
दूसरी ओर लार्सन एंड टुब्रो द्वारा 100 K-9 वज्र होवित्जर तोपों का निर्माण गुजरात के हजीरा में होगा। इन तोपों में ज़्यादातर विदेशी सामग्री का प्रयोग किया जाएगा।
SMEs को मिलेगी मजबूती-
कहा जा रहा है कि HAL और L&T के इन प्रोजेक्ट्स से उनके सप्लाई चेन में जुड़े SMEs को भी मजबूती मिलेगी। इससे इंडियन डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।