Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Dec, 2024 08:56 AM
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की दुखद मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए इस हादसे ने हर किसी को गमगीन कर दिया था। अब इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना की...
नेशनल डेस्क: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की दुखद मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य सैन्य कर्मियों की मौत हो गई थी। इस हादसे को लेकर संसदीय समिति द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह हादसा "मानवीय भूल" (Human Error - Aircrew) के कारण हुआ था।
रिपोर्ट में क्या है जानकारी?
रक्षा मामलों की स्थायी समिति द्वारा मंगलवार को संसद में पेश रिपोर्ट में 13वें रक्षा योजना के दौरान भारतीय वायुसेना के कुल 34 विमान दुर्घटनाओं का जिक्र किया गया है। इनमें से नौ हादसे 2021-22 में और 11 हादसे 2018-19 में हुए थे।रिपोर्ट के अनुसार, 8 दिसंबर 2021 को हुई 33वीं दुर्घटना में शामिल विमान को "Mi-17 V5" बताया गया है, और इसके पीछे का कारण "मानवीय भूल" को बताया गया है।
जांच और सिफारिशें
रक्षा मंत्रालय ने समिति को जानकारी दी कि इस अवधि में हुई 34 दुर्घटनाओं की जांच पूरी की गई है। इन जांचों में उड़ान प्रक्रिया, प्रशिक्षण, उपकरण, ऑपरेशन, रखरखाव और प्रशासन को समग्र रूप से पुनः जांचा गया। इन सिफारिशों का उद्देश्य भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकना है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि एयर स्टाफ प्रमुख द्वारा सुझाए गए सभी सुधारात्मक उपायों को लागू किया गया है। इनमें से अधिकांश सिफारिशों पर कार्रवाई हो चुकी है, जबकि कुछ पर काम जारी है।
हेलीकॉप्टर हादसे की पृष्ठभूमि
इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उस समय जनरल बिपिन रावत और उनका दल वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहा था। लेकिन कुन्नूर के पास यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे की वजह और उसकी गहराई को जानने के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की गई थी।
इस रिपोर्ट के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि वायुसेना और रक्षा मंत्रालय अपनी प्रक्रियाओं और प्रशिक्षण में और सुधार करेंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।