Edited By Mahima,Updated: 16 Oct, 2024 02:09 PM
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 3% की वृद्धि को मंजूरी दी है, जिससे यह अब 53% हो गया है। यह फैसला दिवाली से पहले वित्तीय राहत प्रदान करेगा। उदाहरण के लिए, 22,000 रुपये के मूल वेतन वाले कर्मचारी का डीए 660 रुपये...
नेशनल डेस्क: आज केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 3% की वृद्धि को आधिकारिक रूप से मंजूरी दे दी है। यह वृद्धि अब कुल महंगाई भत्ता मूल वेतन का 53% हो गया है। यह फैसला दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार से पहले किया गया है, जिससे कर्मचारियों को महत्वपूर्ण वित्तीय राहत मिलेगी।
बढ़ती महंगाई के बीच राहत
देश में महंगाई की बढ़ती दर के बीच यह निर्णय कर्मचारियों पर वित्तीय बोझ को कम करने के लिए लिया गया है। सरकार का उद्देश्य है कि इस वृद्धि से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन 22,000 रुपये है, तो उनकी मासिक डीए में 660 रुपये की बढ़ोतरी होगी। इस तरह उनका कुल महंगाई भत्ता 11,660 रुपये हो जाएगा। यह वृद्धि कर्मचारियों की डिस्पोजेबल आय में काफी सुधार करेगी, खासकर त्यौहारी सीजन में।
पेंशनभोगियों को भी होगा लाभ
इस घोषणा का लाभ केवल वर्तमान कर्मचारियों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पेंशनभोगियों को भी इससे फायदा होगा। उनके महंगाई राहत (डीआर) को भी इसी अनुसार समायोजित किया जाएगा, जिससे उनकी पेंशन भी बढ़ जाएगी। यह कदम पेंशनभोगियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायक होगा।
AICPI के आधार पर बढ़ोतरी
महंगाई भत्ते की वृद्धि का निर्धारण अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आधार पर किया जाता है। यह सूचकांक देश में जीवन की बढ़ती लागत को ट्रैक करता है। सरकार की यह पहल कर्मचारियों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि वह उन्हें बढ़ती महंगाई के खिलाफ समर्थन प्रदान करना चाहती है। केंद्रीय मंत्रिमंडल का यह फैसला निश्चित रूप से कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। दिवाली जैसे त्योहार के समय इस वित्तीय सहायता से न केवल कर्मचारियों की खरीद क्षमता बढ़ेगी, बल्कि उन्हें त्योहारों का जश्न मनाने में भी मदद मिलेगी। यह कदम सरकार के कर्मचारियों के कल्याण के प्रति उसकी चिंता और जिम्मेदारी को दर्शाता है।