Edited By Pardeep,Updated: 15 Nov, 2024 06:58 AM
केंद्र ने केरल सरकार को सूचित किया है कि इस वर्ष जुलाई में वायनाड में हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ को ‘‘राष्ट्रीय आपदा' घोषित नहीं किया जा सकता। इस प्राकृतिक आपदा में 200 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घर नष्ट हो गए थे।
नई दिल्लीः केंद्र ने केरल सरकार को सूचित किया है कि इस वर्ष जुलाई में वायनाड में हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ को ‘‘राष्ट्रीय आपदा'' घोषित नहीं किया जा सकता। इस प्राकृतिक आपदा में 200 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घर नष्ट हो गए थे।
केरल सरकार मांग कर रही है कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए तथा पुनर्वास के लिए सहायता भी प्रदान की जाए। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 10 नवंबर को केरल सरकार को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘एसडीआरएफ/एनडीआरएफ के मौजूदा दिशा-निर्देशों के तहत किसी भी आपदा को 'राष्ट्रीय आपदा' घोषित करने का कोई प्रावधान नहीं है।''
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ से तात्पर्य क्रमशः राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष से है। अगस्त में केरल सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर वायनाड में हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का अनुरोध किया था।
राय ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एसडीआरएफ में राज्य सरकार को 388 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। उन्होंने बताया कि कुल राशि में से केंद्र का हिस्सा 291.20 करोड़ रुपये दो किस्तों में अग्रिम रूप से जारी कर दिया गया है।