Edited By Radhika,Updated: 04 Dec, 2024 02:12 PM
राज्यसभा में बुधवार को किसानों के मुद्दे पर जोरदार हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने MSP की कानूनी गारंटी पर चर्चा की मांग करते हुए नियम 267 के तहत नोटिस दिया था। इस नोटिस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने इस नोटिस पर चर्चा की अनुमति...
नेशनल डेस्क: राज्यसभा में बुधवार को किसानों के मुद्दे पर जोरदार हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने MSP की कानूनी गारंटी पर चर्चा की मांग करते हुए नियम 267 के तहत नोटिस दिया था। इस नोटिस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने इस नोटिस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी। इसके बाद विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी से सभापति जगदीप धनखड़ भड़क गए और उन्होंने सख्त प्रतिक्रिया दी, जिससे माहौल और गरमा गया।
सभापति जगदीप धनखड़ का दिखा कड़ा रुख-
हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि सदन में पिछले 5 दिनों से कामकाज प्रभावित हुआ है और नियम 267 के तहत जो नोटिस दिए गए, उनमें से कोई भी किसानों के मुद्दे पर नहीं था। इसके बावजूद विपक्षी सदस्य नारेबाजी कर रहे थे और घड़ियाली आंसू बहा रहे थे। सभापति ने सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सदन का कामकाज इसी तरह चलता रहा, तो उन्हें सख्त कदम उठाने होंगे।
कांग्रेसी सांसद ने भी उठाया किसानों का मुद्दा-
इसके बाद कांग्रेसी सांसद प्रमोद तिवारी ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अन्नदाता पर लाठियां चल रही हैं, जबकि सरकार ने जो न्यूनतम समर्थन मूल्य का वादा किया था, वह पूरा नहीं हुआ। उन्होंने डिमांड की है कि किसानों से किए वादे पूरे किए जाएं।
सभापति जगदीप धनखड़ बोले-
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जयरामजी, मेरी जबान मत खुलवाइए। उन्होंने प्रमोद तिवारी को संबोधित करते हुए कहा कि आपको अनुमति दी, इसलिए कि डेकोरम बना रहे।