Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Mar, 2025 08:51 PM

यदि आप गोल्ड लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
नेशनल डेस्क : यदि आप गोल्ड लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। आइए, सरल शब्दों में समझते हैं कि ये बदलाव क्या हैं और आपके लिए कैसे महत्वपूर्ण हैं।
RBI के नए दिशानिर्देश
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लोन-टू-वैल्यू (LTV) अनुपात: बैंकों को अब सोने के मूल्य का अधिकतम 75% तक लोन देने की अनुमति है। इस सीमा का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
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सोने की गुणवत्ता की जांच: बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) को सोने की शुद्धता और वजन की सटीक जांच करनी होगी, ताकि नकली या मिलावटी सोने के बदले लोन न दिया जाए।
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लोन पुनर्भुगतान के नियम: अब गोल्ड लोन के लिए मासिक किस्तों (EMI) में भुगतान का विकल्प अनिवार्य किया जा सकता है, जिससे लोन की अदायगी नियमित और पारदर्शी हो।
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मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार: सोने की वैल्यूएशन के लिए मानकीकृत और पारदर्शी प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी, जिससे मनमानी मूल्यांकन रोकी जा सके।
ग्राहकों पर प्रभाव
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लोन प्रक्रिया में बदलाव: नए नियमों के तहत, गोल्ड लोन लेना थोड़ा अधिक संरचित हो सकता है, जिसमें सोने की गुणवत्ता और मूल्यांकन पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
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पुनर्भुगतान में सुविधा: मासिक किस्तों के माध्यम से लोन चुकाने का विकल्प ग्राहकों को अपनी वित्तीय योजना बनाने में मदद करेगा।
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ब्याज दरों पर संभावित प्रभाव: नियमों की सख्ती के कारण ब्याज दरों में कुछ बदलाव संभव हैं, लेकिन यह ग्राहकों की वित्तीय सुरक्षा के लिए है।
RBI के इन कदमों का उद्देश्य ग्राहकों और वित्तीय संस्थानों दोनों के लिए गोल्ड लोन प्रक्रिया को सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है। यदि आप गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इन नए नियमों के बारे में जागरूक रहना और अपनी वित्तीय योजना में उन्हें शामिल करना महत्वपूर्ण है।