Edited By Yaspal,Updated: 09 Sep, 2024 08:13 PM
भारतीय वायुसेना के एक ट्रेनी हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण यहां पोरपंडल के निकट धान के खेत में आपात स्थिति में उतरना पड़ा। पुलिस ने सोमवार को बताया कि हेलीकॉप्टर को दो लोग उड़ा रहे थे
चेन्नईः भारतीय वायुसेना के एक ट्रेनी हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण यहां पोरपंडल के निकट धान के खेत में आपात स्थिति में उतरना पड़ा। पुलिस ने सोमवार को बताया कि हेलीकॉप्टर को दो लोग उड़ा रहे थे और जब यह सालवक्कम थाना क्षेत्र के अंतर्गत पोरपंडल के पास पहुंचा तो अचानक इसमें तकनीकी खामी आ गई जिससे पायलट को इसे आपात स्थिति में धान के खेत में उतारना पड़ा। अधिकारियों ने कहा कि इसके तुरंत बाद, इस हेलीकॉप्टर को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए एक अन्य हेलीकॉप्टर भेजा गया। उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद दोनों हेलीकॉप्टर अपने अड्डे पर वापस आ गए।
पुलिस ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण यह घटना हुई। सालवक्कम पुलिस के अनुसार, कुछ ग्रामीणों ने सुबह करीब 10.30 बजे अपने गांव की ओर एक हेलीकॉप्टर को उतरते देखा। पुलिस ने बताया कि हेलिकॉप्टर एक धान के खेत में उतरा। हेलीकॉप्टर में सवार पायलट कैप्टन संजीव और नीरज सुरक्षित हेलीकॉप्टर से बाहर आ गए। ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर सालवक्कम पुलिस घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची।
इस बीच, पायलटों ने खराबी के बारे में तांबरम वायु सेना को सूचित किया। जल्द ही, कुछ वायु सेना कर्मियों के साथ एक और हेलीकॉप्टर मौके पर उतरा। उन्होंने पहले हेलिकॉप्टर की मरम्मत की। दोनों हेलिकॉप्टर दोपहर 1 बजे तक उड़ गए। खबर सुनते ही कई ग्रामीण सेल्फी लेने के लिए मौके पर पहुंचे। गांव के पंचायत सदस्य एस धनपाल ने कहा, "पोरपंधल झील खेतों की जमीन से सटी हुई है। गनीमत रही की हेलीकॉप्टर झील में नहीं उतरा। यह पहली बार है जब हमारे गांव में कोई हेलिकॉप्टर उतर रहा है। बच्चे रोमांचित थे।"
इससे पहले 5 सितंबर को तेलंगाना के नलगोंडा में भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। राहत और बचाव कार्य के लिए विजयवाड़ा से उड़ान भरने के बाद हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने के बाद उसे नलगोंडा जिले के एक खेत में उतारा गया था। विजयवाड़ा से रवाना हुए हेलीकॉप्टर में खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। खराब हुए हेलीकॉप्टर की मरम्मत के लिए वायुसेना का एक और हेलीकॉप्टर इंजीनियरों को लेकर वहां पहुंचा। गनीमत ये रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ।