Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Nov, 2024 01:51 PM
चेन्नई में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। चेन्नई के कुंड्रात्तूर में सोशल मीडिया पर मिले अधकचरे ज्ञान ने एक दंपती को बड़ा जोखिम उठाने के लिए प्रेरित किया। एक वाट्सऐप ग्रुप से मिली जानकारी के आधार पर दंपती ने घर पर ही डिलीवरी कराने का...
नेशनल डेस्क: चेन्नई में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। चेन्नई के कुंड्रात्तूर में सोशल मीडिया पर मिले अधकचरे ज्ञान ने एक दंपती को बड़ा जोखिम उठाने के लिए प्रेरित किया। एक वाट्सऐप ग्रुप से मिली जानकारी के आधार पर दंपती ने घर पर ही डिलीवरी कराने का फैसला किया, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया।
क्या है मामला?
नंदम्बाक्कम में रहने वाले 36 वर्षीय मनोहरन और उनकी पत्नी सुकन्या (32) ने प्रसव के लिए अस्पताल जाने के बजाय सोशल मीडिया का सहारा लिया। सुकन्या, जो तीसरी बार मां बनीं, ने गर्भावस्था के दौरान किसी भी चिकित्सीय जांच से परहेज किया।
17 नवंबर को जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो दंपती ने वाट्सऐप ग्रुप पर साझा किए गए वीडियो और सूचनाओं के आधार पर घर पर ही डिलीवरी कराने का फैसला किया। मनोहरन ने खुद अपनी पत्नी का प्रसव करवाया।
चिकित्सा नियमों का उल्लंघन
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी ने इसे चिकित्सा सुरक्षा नियमों का गंभीर उल्लंघन बताते हुए दंपती के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने पूछताछ के दौरान वाट्सऐप ग्रुप की जानकारी प्राप्त की, जहां से दंपती को इस तरह का "गैर-पेशेवर ज्ञान" मिला था।
सोशल मीडिया पर फैलते फर्जी ज्ञान का खतरनाक असर
चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस घटना को सोशल मीडिया पर फैल रहे फर्जी ज्ञान का खतरनाक उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए उच्च स्तरीय चर्चा और जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।