Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 11 Jan, 2025 06:13 PM
यह आत्मसमर्पण सुकमा जिले में नक्सल गतिविधियों को कम करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि इससे इलाके में शांति और सुरक्षा बढ़ेगी।
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों पर हमलों में शामिल नौ कुख्यात नक्सलियों ने शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों पर कुल 43 लाख रुपये का इनाम था और वे सभी माओवादी विचारधारा से असंतुष्ट थे। आत्मसमर्पण करने वालों में दो महिलाएं भी शामिल हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का दावा
पुलिस अधीक्षक (एसपी) किरण चव्हाण ने बताया कि ये नक्सली सुरक्षा बलों पर हुए कई हमलों में शामिल थे और अब वे ‘खोखली’ माओवादी विचारधारा और संगठन की अंदरूनी कलह से निराश हो चुके हैं। एसपी के मुताबिक, नक्सलियों के प्लाटून नंबर 24 के कमांडर रनसाई उर्फ ओयम बुस्का और पीएलजीए बटालियन संख्या 1 के सदस्य प्रदीप उर्फ रव्वा राकेश पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था।
एसपी ने कहा कि आत्मसमर्पण कराने में कोंटा पुलिस थाना, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), खुफिया शाखा टीम और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुरक्षा बलों की मेहनत और रणनीति के कारण इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
प्रोत्साहन और पुनर्वास योजना से राहत
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये दिए गए हैं और सरकार की पुनर्वास नीति के तहत उनका पुनर्वास किया जाएगा। इसके माध्यम से नक्सलियों को एक नए जीवन की शुरुआत करने का अवसर मिलेगा।