Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Jul, 2022 01:32 PM
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में 8 वर्षीय एक लड़का अपने छोटे भाई के शव को शासकीय अस्पताल के बाहर कुछ घंटों तक गोद में पकड़े बैठा रहा, जबकि इस दौरान बच्चों का पिता मृत बच्चे को घर ले जाने के लिए एंबुलेंस की तलाश कर रहा था। इस घटना की एक दर्दनाक तस्वीर...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में 8 वर्षीय एक लड़का अपने छोटे भाई के शव को शासकीय अस्पताल के बाहर कुछ घंटों तक गोद में पकड़े बैठा रहा, जबकि इस दौरान बच्चों का पिता मृत बच्चे को घर ले जाने के लिए एंबुलेंस की तलाश कर रहा था। इस घटना की एक दर्दनाक तस्वीर ने सोशल मीडिय़ा पर खूब सुर्खियां बटौरी जिसके बाद अब शिवराज सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है।
दरअसल, घटना के बाद सरकार ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि जिला पंचायत सीईओ को शाम तक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को आवश्यक आर्थिक सहायता भी दी है।
बता दें कि यह वाकया रविवार को मुरैना जिला अस्पताल के बाहर हुआ और इस बच्चे के शव को वहां से करीब 30 किलोमीटर दूर उसके बड़फरा गांव ले जाया जाना था। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हो रहा है। कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने वीडियो प्रसारित किया और अधिकारियों की उदासीनता और असंवेदनशील के लिये नाराजगी जाहिर की। सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो में बच्चा जिला अस्पताल की चारदीवारी के साथ बैठे हुए नजर आ रहा है और उसके गोद में उसका दो वर्षीय भाई का शव सफेद कपड़े से ढका हुआ दिख रहा है।
बच्चे की इलाज के दौरान इस अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। मुरैना जिला अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सा अधिकारी सुरेंद्र गुर्जर ने बताया कि बड़फरा गांव निवासी पूजाराम जाटव रविवार सुबह अपने दो वर्षीय बेटे राजा को एंबुलेंस से लेकर आए, जिन्हें जिले के अंबाह कस्बे के एक अस्पताल से रेफर कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें जिला अस्पताल में छोड़ने के बाद एम्बुलेंस अंबाह लौट गई, जबकि रविवार दोपहर को एनीमिया और अन्य बीमारियों के इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि बच्चे की मौत के बाद उसके पिता जाटव ने अस्पताल के कुछ कर्मचारियों से एंबुलेंस दिलवाने की मांग की, लेकिन उस समय वाहन उपलब्ध नहीं था। उन्होंने बताया कि बाद में एक पुलिस वाहन बच्चे के शव को जाटव के घर ले गया। सूत्रों के मुताबिक इस बच्चे का अपने छोटे भाई को गोद में लिए हुए उस वक्त किसी ने वीडियो बना लिया, जब जाटव शव को उसके पास छोड़कर एंबुलेंस का इंतजाम करने चला गया था।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस घटना का वीडियो टैग करते हुए लिखा, ‘ये दर्दनाक तस्वीर भावुक भी कर रही है और मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर गुस्सा भी दिला रही है। मुरैना में आठ साल का मासूम बच्चा अपने दो साल के छोटे भाई का शव लेकर अस्पताल में बैठा रहा। उसके पिता पूजाराम जाटव बेटे का शव गांव ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन उन्हें घंटों तक एंबुलेंस या शव वाहन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रार्थना करता हूं कि प्रदेश के मुखिया होने के नाते आप चिकित्सा तंत्र को मजबूत करिए ताकि प्रदेश की सात करोड़ जनता को आपकी लापरवाही की सजा ना भुगतनी पड़े।