Edited By Rohini Oberoi,Updated: 23 Mar, 2025 01:40 PM
क्या आपको लगता है कि आपके पास बचपन की कोई यादें नहीं हैं? तो आप गलत हैं। एक नए अध्ययन में यह पाया गया है कि हमारे मस्तिष्क में बचपन की यादें भी होती हैं हालांकि हम उन्हें याद नहीं कर पाते। येल विश्वविद्यालय में हुए एक शोध से पता चला है कि मस्तिष्क...
नेशनल डेस्क। क्या आपको लगता है कि आपके पास बचपन की कोई यादें नहीं हैं? तो आप गलत हैं। एक नए अध्ययन में यह पाया गया है कि हमारे मस्तिष्क में बचपन की यादें भी होती हैं हालांकि हम उन्हें याद नहीं कर पाते। येल विश्वविद्यालय में हुए एक शोध से पता चला है कि मस्तिष्क का एक हिस्सा जिसे हिप्पोकैम्पस कहा जाता है बचपन में सूचनाओं को संजोता है। जब वयस्क होने पर वही जानकारी हमारे सामने आती है तो हम उसे पहचान सकते हैं।
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वहीं इस अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने चार महीने से लेकर दो साल की उम्र तक के बच्चों को एक नया चेहरा, वस्तु या दृश्य दिखाया। फिर बाद में कुछ नई और पुरानी छवियों को बच्चों के सामने रखा गया। इसके बाद शोधकर्ता निक ब्राउन ने कहा कि जीवन के पहले कुछ सालों में मस्तिष्क सूचनाओं को संजोकर रखता है जिसे बाद में हम पहचान सकते हैं।
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इस शोध से यह निष्कर्ष निकला है कि हालांकि हम बचपन की यादों को याद नहीं कर पाते लेकिन हमारा मस्तिष्क इन यादों को बचाकर रखता है और भविष्य में हमें इन पर प्रतिक्रिया देने की क्षमता होती है।