Edited By Utsav Singh,Updated: 01 Sep, 2024 03:14 PM
आजकल स्मार्ट डिवाइसेज का चलन तेजी से बढ़ रहा है। स्मार्टफोन, जो कभी एक लक्जरी आइटम था, अब आम जीवन का हिस्सा बन गया है। वहीं इसके अत्यधिक उपयोग के नकारात्मक प्रभाव भी सामने आ रहे हैं। फ्रांस की सरकार ने बच्चों में स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग को...
नेशलन डेस्क : आजकल स्मार्ट डिवाइसेज का चलन तेजी से बढ़ रहा है। स्मार्टफोन, जो कभी एक लक्जरी आइटम था, अब आम जीवन का हिस्सा बन गया है। जहां स्मार्टफोन ने हमारी जिंदगी को कई मायनों में आसान और सुविधाजनक बना दिया है, वहीं इसके अत्यधिक उपयोग के नकारात्मक प्रभाव भी सामने आ रहे हैं। स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग का असर लोगों की सेहत पर गहरा पड़ा है। युवा, बुजुर्ग और बच्चे सभी इस तकनीक के प्रति आकर्षित हैं, और स्मार्टफोन का बढ़ता उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे रहा है। लंबे समय तक स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रखने से आंखों की समस्याएं, जैसे कि दृष्टि में कमी, और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव देखे जा सकते हैं। इसके अलावा, स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से नींद की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है, जो स्वास्थ्य समस्याओं का एक और कारण बन सकती है।
बच्चों में स्मार्टफोन की आदत
बच्चों में स्मार्टफोन की आदत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जो उनकी सेहत के लिए चिंताजनक हो सकता है। अत्यधिक स्क्रीन टाइम से बच्चों में शारीरिक गतिविधियों की कमी, सामाजिक कौशल में कमी, और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए, फ्रांस की सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
फ्रांस की सरकार का कदम
फ्रांस की सरकार ने बच्चों में स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग को नियंत्रित करने के लिए एक नई नीति को लागू करने की योजना बनाई है। इस नीति के तहत, बच्चों को स्मार्टफोन के उपयोग के समय को सीमित करने और इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य है कि स्मार्टफोन के उपयोग को नियंत्रित करके बच्चों की सेहत और उनके समग्र विकास को सुरक्षित रखा जा सके। नए नियम के अनुसार, 15 साल या उससे कम उम्र के बच्चों को स्कूलों में स्मार्टफोन का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी। इस कदम का उद्देश्य बच्चों के शैक्षणिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है, साथ ही स्मार्टफोन के नकारात्मक प्रभावों से उन्हें बचाना है।
स्कूल के समय और गतिविधियाँ
यह प्रतिबंध स्कूल के सभी समय और गतिविधियों पर लागू होगा, जिसमें कक्षाओं, खेल कूद, और अन्य अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियाँ शामिल हैं। इसके तहत, छात्रों को स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी, जिससे कि उनकी पढ़ाई और सामाजिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
प्रेस रिलीज द्वारा दी गई जानकारी
फ्रांस की सरकार ने इस प्रतिबंध की जानकारी एक प्रेस रिलीज के माध्यम से दी है। इस प्रेस रिलीज में स्पष्ट किया गया है कि स्कूलों और कॉलेजों में अब छात्र केवल स्मार्टफोन ही नहीं, बल्कि अन्य इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन डिवाइसेज का भी उपयोग नहीं कर सकेंगे। इसमें टैबलेट्स और अन्य समान उपकरण भी शामिल हैं। यह प्रतिबंध विशेष रूप से 15 साल या उससे कम उम्र के बच्चों पर लागू होगा। इसका उद्देश्य बच्चों को स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के अत्यधिक उपयोग से दूर रखना है, जिससे उनकी पढ़ाई और सामाजिक संपर्क पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
इन छात्रों को मिलेगी छूट
हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में जैसे कि मेडिकल या हेल्थ कंडीशन्स वाले छात्रों के लिए यह नियम कुछ लचीलापन प्रदान करता है। यदि किसी छात्र को चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी कारणों से स्मार्टफोन की आवश्यकता है, तो उसे मेडिकल डिवाइसेज के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। मेडिकल या हेल्थ कंडीशन्स के आधार पर स्मार्टफोन के उपयोग की अनुमति मिलने के लिए, संबंधित स्कूल या संस्थान को स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करना होगा कि किन परिस्थितियों में और किन स्थानों पर स्मार्टफोन का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए संस्थानों को विशेष प्रोटोकॉल और अनुमतियां निर्धारित करनी होंगी, जो इस बात की पुष्टि करेंगी कि स्मार्टफोन का उपयोग उचित और आवश्यक है।
शैक्षणिक के साथ स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए...
फ्रांस का यह नया बैन स्मार्टफोन के स्कूलों में उपयोग को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नीति न केवल शैक्षणिक माहौल को सुधारने के लिए है, बल्कि छात्रों के स्वास्थ्य और समग्र विकास को भी ध्यान में रखती है। विशेष परिस्थितियों में अनुमति प्रदान करने के लिए स्पष्ट प्रोटोकॉल की आवश्यकता को भी इस नीति में शामिल किया गया है, जिससे कि जरूरतमंद छात्रों को उचित सहायता मिल सके।