Edited By Parminder Kaur,Updated: 27 Jan, 2025 05:01 PM
बीजापुर जिले के सुदूर चिल्कापली गांव में 26 जनवरी को पहली बार बिजली पहुंची। यह गांव नक्सल प्रभावित था और आजादी के बाद से अब तक यहां बिजली नहीं पहुंच पाई थी। कभी नक्सलियों का विरोध तो कभी संसाधनों की कमी के कारण प्रशासन इसे स्थापित नहीं कर सका था। अब...
नेशनल डेस्क. बीजापुर जिले के सुदूर चिल्कापली गांव में 26 जनवरी को पहली बार बिजली पहुंची। यह गांव नक्सल प्रभावित था और आजादी के बाद से अब तक यहां बिजली नहीं पहुंच पाई थी। कभी नक्सलियों का विरोध तो कभी संसाधनों की कमी के कारण प्रशासन इसे स्थापित नहीं कर सका था। अब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की 'नियाद नेलानर' योजना के तहत इस गांव में बिजली पहुंचाई गई है।
बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आने वाले महीनों में अन्य ऐसे गांवों को भी बिजली मुहैया कराई जाएगी, जहां अब तक बिजली नहीं है। चिल्कापली का विद्युतीकरण छत्तीसगढ़ सरकार के उन प्रयासों का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इन गांवों को आवास, बिजली, पानी, सड़क, पुल और स्कूल जैसी बुनियादी सुविधाओं से जोड़कर आदर्श गांव बनाना है।
गांववासियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं
गणतंत्र दिवस के दिन बिजली आने से गांववासियों में खुशी का माहौल है। गांव के लोग बेहद उत्साहित नजर आए। सुधा बाला नामक एक स्थानीय निवासी ने खुशी जताते हुए कहा कि अब उनके बच्चे रात में बल्ब की रोशनी में पढ़ सकेंगे। इसके अलावा घर में पंखा, पानी की मोटर और अन्य इलेक्ट्रिक उपकरण चलाना अब आसान होगा और काम भी जल्दी होगा।
विकास की दिशा में बड़ी कदम
गांववासियों का मानना है कि अब बिजली आने से उनका गांव मुख्यधारा से जुड़ सकेगा। इसके साथ ही गांव में विकास कार्यों में भी तेजी आएगी। पहले बिजली न होने के कारण कई कार्यों में परेशानी होती थी, लेकिन अब ये समस्याएं दूर हो जाएंगी।