बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी, हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर उठाई थी आवाज

Edited By Utsav Singh,Updated: 25 Nov, 2024 08:31 PM

chinmay prabhu arrested bangladesh raised voice against atrocities hindus

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लिए आवाज उठाना इस्कॉन के एक अध्यक्ष को इतना भारी पड़ा की उन्हें एयरपोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया गया हैं। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों के बीच चिन्मय कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु), जो चटगांव इस्कॉन...

नेशनल डेस्क :  बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों के बीच चिन्मय कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु), जो चटगांव इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष हैं, को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी ढाका हवाई अड्डे से की गई, जहां उन्हें ढाका पुलिस की जासूसी शाखा के अधिकारियों ने पकड़ा। चिन्मय प्रभु पहले से ही बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में लगातार आवाज उठा रहे थे।

अत्याचार और चिन्मय प्रभु का विरोध
चिन्मय प्रभु शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लगातार बोल रहे थे। हाल ही में, उन्होंने रंगपुर में एक विशाल विरोध रैली को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा की मांग की। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से अल्पसंख्यक हिंदू निशाने पर आ गए हैं। छात्रों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंदू समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों को भी लक्ष्य बनाया गया था।

यह भी पढ़ें- फिरौती के लिए सिर्फ प्रॉपर्टी डीलर्स का अपहरण करता था ये गैंग, पुलिस ने किया भंडाफोड़

बांग्लादेश के इस्कॉन मंदिरों पर हमले
बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया था, जिनमें खुलना और मेहरपुर में स्थित इस्कॉन मंदिर भी शामिल हैं। इस हमले के बाद, चिन्मय प्रभु ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि चटगांव में तीन मंदिर खतरे में हैं, लेकिन स्थानीय हिंदू समुदाय ने मुस्लिम समुदाय के कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर इन मंदिरों को बचाया है।

पुलिस से मदद की अपील
चिन्मय प्रभु ने बताया कि चटगांव में हिंदू समुदाय पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन से मदद की बार-बार अपील कर रहा था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा था कि कई हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के रास्ते भारत की ओर पलायन कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Jio, Airtel, BSNL और Vi यूजर जानें नया नियम, 1 दिसंबर से मोबाइल में नहीं आएंगे OTP !

बांग्लादेशी हिंदू समुदाय का विरोध
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने कई बार अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए हैं। अक्टूबर में चटगांव में हजारों हिंदू अपनी सुरक्षा और अधिकारों की मांग करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे। इस प्रदर्शन का आयोजन बांग्लादेश सनातन जागरण मंच ने किया था। प्रदर्शनकारियों ने अपनी 8 प्रमुख मांगें रखी थीं, जिनमें से कुछ इस प्रकार थीं:

  1. स्पीडी ट्रायल कोर्ट की स्थापना की जाए, ताकि अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके।
  2. पीड़ितों को मुआवजा और पुनर्वास की सुविधा प्रदान की जाए।

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय लगातार अपने अधिकारों और सुरक्षा की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार और पुलिस से उन्हें उम्मीद के मुताबिक समर्थन नहीं मिल रहा है। चिन्मय प्रभु जैसे नेता इस संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो हिंदू समुदाय की आवाज उठा रहे हैं और उनके खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

 

 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!