Edited By Pardeep,Updated: 26 Jan, 2025 11:26 PM
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक कन्या इंटर कॉलेज की 11वीं कक्षा की छात्रा ने परीक्षा के दौरान मासिक धर्म आने पर प्रधानाचार्या से सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, तो उसकी मदद किए जाने के बजाय उसे कथित तौर पर एक घंटे तक कक्षा के बाहर खड़ा रखा गया।
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के बरेली में एक कन्या इंटर कॉलेज की 11वीं कक्षा की छात्रा ने परीक्षा के दौरान मासिक धर्म आने पर प्रधानाचार्या से सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, तो उसकी मदद किए जाने के बजाय उसे कथित तौर पर एक घंटे तक कक्षा के बाहर खड़ा रखा गया।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पीड़ित छात्रा के पिता की शिकायत पर मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) देवकी नंदन के मुताबिक, छात्रा के पिता ने शिकायत की है कि उसकी बेटी शनिवार को परीक्षा देने के लिए मॉडल टाउन स्थित कन्या इंटर कॉलेज गई, तभी उसे एहसास हुआ कि उसका मासिक धर्म शुरू हो गया है और उसने प्रधानाचार्या से सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
नंदन के अनुसार, छात्रा के पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी को सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने के बजाय कक्षा से बाहर जाने के लिए कहा गया और वहां लगभग एक घंटे तक खड़ा रखा गया। छात्रा के पिता के मुताबिक, स्कूल प्रशासन से मदद न मिलने पर उसकी बेटी लगभग एक घंटे बाद घर लौट आई और अपनी मां को पूरा घटनाक्रम बताया।
अधिकारियों ने बताया कि छात्रा के पिता ने डीआईओएस, जिला अधिकारी, राज्य महिला आयोग और महिला कल्याण विभाग को कथित घटना के संबंध में लिखित शिकायत भेजी है। नंदन ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर संबंधित लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।