Edited By Utsav Singh,Updated: 03 Nov, 2024 10:40 AM
केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह 4 बजे से पूजा के साथ खोले गए थे, और 8:30 बजे उन्हें बंद कर दिया गया। अब केदारनाथ की पूजा अगले 6 महीने उखीमठ में होगी।
नेशनल डेस्क : केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह 4 बजे से पूजा के साथ खोले गए थे, और 8:30 बजे उन्हें बंद कर दिया गया। अब केदारनाथ की पूजा अगले 6 महीने उखीमठ में होगी।आपको बता दें कि कपाट हर साल भैया दूज के दिन बंद होते हैं। इस दिन पंचमुखी मूर्ति को चल विग्रह डोली में रखा जाता है। यह डोली उखीमठ के ओंकारेश्वर पहुंचेगी। यात्रा गौरीकुंड और सोनप्रयाग से होते हुए रामपुर पहुंचेगी। 5 नवंबर को केदारनाथ की मूर्ति ओंकारेश्वर में विराजमान होगी।
श्रद्धालुओं की संख्या
इस साल 16 लाख यात्री केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए आए थे। पिछले 6 दिनों में लगभग 1 लाख श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद होंगे। कपाट बंद होने के समय हजारों श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थे। पूरे मंदिर परिसर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। पंचमुखी मूर्ति को चल विग्रह डोली के जरिए उखीमठ के लिए रवाना किया गया।
#WATCH | Uttarakhand: The portals of Shri Kedarnath Dham closed for the winter season today at 8:30 am. The portals were closed with Vedic rituals and religious traditions amidst chants of Om Namah Shivay, Jai Baba Kedar and devotional tunes of the Indian Army band.
(Source:… pic.twitter.com/vCg2as6aJ7
— ANI (@ANI) November 3, 2024
डोली का सफर
गौरीकुंड से सोनप्रयाग होते हुए डोली आज रात रामपुर में विश्राम करेगी। इसके बाद 5 नवंबर से उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ के दर्शन होंगे। इस दौरान केदारनाथ यहां विराजमान रहेंगे।
अन्य धामों की जानकारी
कल गंगोत्री धाम के कपाट पहले ही बंद हो चुके हैं। उत्तरकाशी के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। अब केदारनाथ के साथ यमुनोत्री के कपाट भी बंद होंगे, और अंत में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।